UPTET 2014 Exam Schedule | UPTET 2014 Exam Dates | Online Application Schedule
UPTET 2014 Application Form | UPTET 2014 Online Application Form | UPTET 2014 How to Apply
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तर प्रदेश (UP-TET) 2013-14 आवेदन हेतु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग ने वेब साईट लिंक जारी कर दिया है
वेबसाइट के इस लिंक पर क्लिक करके आप यु पी टी ई टी 2014के लिए आवेदन कर सकते हैं - http://upbasiceduboard.gov.in
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यहाँ दी गयी जानकारी सिर्फ मात्र है , और आपको आवेदन करने हेतु उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग द्वारा यु पी टी ई टी 2014 के लिए जारी किये गए इस वेबसाइट लिंक पर जाना होगा - http://upbasiceduboard.gov.in
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Information Given Here is Informatory in Nature, And to Apply for UPTET 2014, You Need to Visit Website of UP Education Dept on Following Link - http://upbasiceduboard.gov.in
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Helpline Numbers Given On UPTET 2014 Websites are -
HELPLINE
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Contact Department
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Land Line Phone Number
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Mobile Number
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Email ID
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U.P. PARIKSHA NIYAMAK PRADHIKARI,
ALLAHABAD
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0532-2466761, 0532-2466769 |
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secretarypnp.up@gmail.com
siseup.alld@gmail.com |
S.B.I Govt. Business Branch
Lucknow
|
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9919472775 - N.K.Srivastava
8005308779 - D.K.Rastogi 9415423553 - Ajay Kumar 9455516225 - Help Desk 0522-4132703 - Help Desk (During 10.30 AM to 6 PM) |
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IMPORTANT LINKS :
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तर प्रदेश (UP-TET) 2013-14 | |
1. | सामान्य दिशा निर्देश एवं ऑनलाइन फीस जमा करने हेतु निर्देश |
2. | तकनीकी ऑपरेशनल दिशा निर्देश |
3. | रजिस्ट्रेशन का प्रारूप |
4. | शासनादेश दिनांक 03/01/2014 शासनादेश दिनांक 06/12/2013 शासनादेश दिनांक 15/05/2013 शासनादेश दिनांक 26/04/2013 शासनादेश दिनांक 17/04/2013 |
हाईकोर्ट की बेहद लम्बी,बेहद खर्चीली और बेहद सफल लडाई के बाद हम सब नौसिखए परिपक्व हो चुके हैँ, जिसके परिणाम स्वरुप SC के लिए दिल्ली मीटिँग मेँ बेहतर रणनीति बनाई जा चुकी है।जिलोँ की सारी जवाबदेही जिला कमेटियोँ की है,जिलोँ से उतना ही सहयोग SC के लिए दिया जाएगा,जितना बजट के अनुसार हिस्से मेँ आएगा,शेष एक-एक पैसा वापस कर दिया जाएगा,ऐसे मेँ कलेक्शन को लेकर अलग-अलग मन्तव्योँ से FB पर आँकडोँ सहित डाली गई किसी भी पोस्ट से टेट मोर्चे का कोई हित नही होगा।'लूट'टेट मोर्चे ने नही सपा सरकार ने हमसे की है,उसके आँकडे डालिए।
ReplyDeleteJAI TET MERIT
अब आइये आपकी शंकाओ को दूर करते हैं
ReplyDeleteहमारा निर्णय २० नवंबर को आया था अतः सरकार के पास 90 दिनों का समय है अपील करने के लिए। अब वो २० फरवरी तक स्वतंत्र है कि फ़ाइल के डिफेक्ट दूर करे या न करे ,इसमें कोई व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता है सिवाय सरकारी वकील सत्य मित्र गर्ग जी के अलावा। गर्ग जी ही डिफेक्ट दूर कर सकते हैं। ये डिफेक्ट बहुत मामूली है जैसे इन्होने पन्नो पर नम्बरिंग नहीं की है ,दाखिल slp के 3 सेटों में किसी सेट में पन्ने कम हैं आदि आदि।
रही बात 20 फरवरी के बाद नौकरी ना देने की तो अगर सरकार डिफेक्ट दूर करके अपील नहीं करती है तो इस बात की गारंटी मानिये कि अवमानना का चाबुक अच्छे अच्छे अधिकारियो को राइट टाइम कर देता है। और एक बात आपकी भर्ती तो rte act के कवच से सुरक्षित है सरकार को छात्र शिक्षक अनुपात बनाये रखना अवश्यम्भावी है।
टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते
ReplyDeleteसत्य का संघर्ष सत्ता से
न्याय लड़ता निरंकुशता से
अंधेरे ने दी चुनौती है
किरण अंतिम अस्त होती है
दीप निष्ठा का लिये निष्कंप
वज्र टूटे या उठे भूकंप
यह बराबर का नहीं है युद्ध
हम निहत्थे, शत्रु है सन्नद्ध
हर तरह के शस्त्र से है सज्ज
और पशुबल हो उठा निर्लज्ज
किन्तु फिर भी जूझने का प्रण
अंगद ने बढ़ाया चरण
प्राण-पण से करेंगे प्रतिकार
समर्पण की माँग अस्वीकार
दाँव पर सब कुछ लगा है, रुक नहीं सकते
टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते ॥
20॰ C me hame thand lagne
ReplyDeletelagti h
16॰C me ham garm kapde
pehante h
12॰C me ham maflar aadi
lagate h 4 ya 5 'C me ham rajai se
bahar nhi
niklte h
1 ya 2 'C me ham gharo me
alaav
jalane lagte h 0 'C pe pani jamne lagta h
-1 ya -2 'C par hamari zuban
ladkhadane lagti
h
-5, -8 'C par ...
-10, -12 'C par ... -15,-18 'C par
sochiye...
Siyachin me Bhartiye sainik
Bharat
ki simao ki raksha krte hain
puri mushtedi ke sath,
7-12 KG banduk or
kareeb 20 KG khane ka saman
apne kandho par uthaye
ghutno tak barph me rehte
h . . .
taki ham log swatantrata ka aanand
le sake
taki ham apne pariwar k sath
cricket match ka aanand utha
sake
taki hamare bacche bina kisi darr ke
school ja sake
taki ham apne pariwar k sath
picnic mana sake
Thousands of salute to INDIAN
Army , jai hind!!♥
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
Few people r like rainbow in your life,
who fill your life with colors,
I'm very lucky to have u as my Rainbow
Friend
always fill my life with your love and care.
Find someone worth your tears, your laughter, and your heart. Someone that loves you as much as you love them.
ReplyDeleteकिसी लड़के को पागल करना हो, तो क्या करें?
ReplyDeleteउसे बहुत सारी लड़कियों के फोन नंबर दे दें और...
.
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फिर एक ऐसे कमरे में बंद कर दें, जहां नेटवर्क ही न आता हो!
अच्छा हँसमुखी ये बता कि एक लड़की को पागल करना हो, तो क्या करें?
उसे खूब महंगे कॉस्मेटिक, कपड़े, गहनें दे दें और...
.
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फिर एक ऐसे कमरे में बंद कर दें, जहां आइना ही न हो !
एक फकीर से किसी ने पूछा, ''ईश्वर है, तो दिखाई क्यों नहीं देता?'' उस फकीर ने कहा, ''ईश्वर कोई वस्तु नहीं है, वह तो अनुभूति है। उसे देखने का कोई उपाय नहीं, हां, अनुभव करने का अवश्य है।'' किंतु, वह जिज्ञासु संतुष्ट नहीं दिखाई दिया। उसकी आंखों में प्रश्न वैसा का वैसा ही खड़ा था। तब फकीर ने पास में ही पड़ा एक बड़ा पत्थर उठाया और अपने पैर पर पटक लिया। उसके पैर को गहरी चोट पहुंची और उससे रक्त-धार बहने लगी। वह व्यक्ति बोला, ''यह आपने क्या किया? इससे तो बहुत पीड़ा होगी? यह कैसा पागलपन?'' वह फकीर हंसने लगा और बोला, ''पीड़ा दीखती नहीं, फिर भी है। प्रेम दीखता नहीं, फिर भी होता है। ऐसा ही ईश्वर भी है।''
ReplyDeleteजीवन में जो दिखाई पड़ता है, उसकी ही नहीं- उसकी भी सत्ता है, जो कि दिखाई नहीं पड़ता है। और, दृश्य से अदृश्य की सत्ता बहुत गहरी है, क्योंकि उसे अनुभव करने को स्वयं के प्राणों की गहराई में उतरना आवश्यक होता है। तभी वह ग्रहणशीलता उपलब्ध होती है, जो कि उसे स्पर्श और प्रत्यक्ष कर सके। साधारण आंखें नहीं, उसे जानने को तो अनुभूति की गहरी संवेदनशीलता पानी होती है। तभी उसका आविष्कार होता है। और, तभी ज्ञात होता है कि वह बाहर नहीं है।
When you really love someone you dont care about the past. You'll forgive them no matter what.
ReplyDeleteThere was a girl and a boy.
ReplyDelete.
girl proposed the boy and boy agreed…..
.
girl always used to say that my heart is not
me its always with you….
& I am living without heart……
.
after few month girl said that i cant marry you
because my parents will not allow me but
we’ll be frnds foreever.
.
after few months girl got married to another
boy..
.
after 2 days of her wedding,girl was looking at her
wedding gifts.
.
she came across a gift & starts crying
the gift was the heart packed in a glass jar with
full of blood.
.
the lid of the jar was attached with the paper
written on it..
.
”hey stupid ur heart is with me then what
will youu give to your husband.??”
आज से तीन वर्ष पूर्व यही क्षण था जब शिक्षामित्रों की स्थाई नियुक्ति की बात चल रही थी।
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश सरकार के प्रस्ताव पर NCTE ने दिनांक १४/०१/२०११ को पत्रांक संख्या F6087/2010/ncte/n&s
द्वारा शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण की अनुमति दी।
डी.एल.एड. (दूरस्थ शिक्षा) के निर्धारित नियमों के तहत प्रशिक्षण अनुमन्य हुआ।
जिसका परीक्षा परिणाम इस समय जारी हो रहा है।
जिस परीक्षा को उत्तीर्ण करके शिक्षामित्र टीईटी परीक्षा से भाग रहे हैं आखिर वो परीक्षा कैसी रही होगी!
न्यायिक मामले:
१. जो स्थाई शिक्षक प्रशिक्षण नहीं प्राप्त किये होते हैं उन्हें डी.एल.एड.
के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है तब वे पूर्ण वेतनभोगी होते हैं।
उदाहरण के रूप में मृतक आश्रित आदि।
परन्तु आरटीई लागू होने के बाद उन्हें भी टीईटी से गुजरना पड़ रहा है।
शिक्षामित्र स्थाई शिक्षक थे कि संविदा पर थे यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
अतः इस पर टिप्पणी करना कोर्ट की दृष्टि में अनुचित होगा परन्तु वादी बीएड वाले ही थे इसलिए हम उन्हें अयोग्य कह सकते हैं लेकिन अंतिम फैसला कोर्ट करेगी।
अतः न्यायालय की दृष्टि से प्रशिक्षण पर बिना फैसला आये नियुक्ति का शासनादेश जारी करना कोर्ट की अवमानना होगी।
२. टीईटी से छूट की बात तो बाद में आ रही है अभी तो उनकी नियुक्ति की योग्यता पर ही प्रश्नचिह्न है।
अगर एक मिनट के लिए मान लिया जाये कि उनका प्रशिक्षण जायज कोर्ट ठहरा दे फिर भी टीईटी से राहत तो नहीं मिलना चाहिए लेकिन इस पर मामला रुचिकर है।
सुप्रीम कोर्ट में इसी टाइप के केस न्यायमूर्ति वीएस चौहान साहब की अध्यक्षता वाले बेंच में लंबित हैं।
मेरे ख्याल से क्या सिर्फ प्रशिक्षण की अनुमति आरटीई लागू होने के पहले मिल जाने से टीईटी से राहत संभव है?
शायद तो नहीं ।
एसबीटीसी वाले सिर्फ थोड़े से विलंब के कारण आज तक टीईटी के जाल में उलझे हैं जबकि उनका प्रशिक्षण विज्ञापन सब आरटीई लागू होने के पूर्व का था।
बीएड की वैधता को लेकर बेचारे कोर्ट में फंस गये थे जबकि बाद में वैध साबित हुए।
अतः शिक्षामित्र मामले में चुनावी और वोट बैंक की राजनीति बंद करके विधिक नियमों का अनुपालन करना चाहिए।
अन्यथा कोर्ट के जाल में उलझाकर इनका जीवन बर्बाद करने के सिवाय सरकार पर दूसरा आरोप क्या होगा ?
*Important General knowledge questions and answer**
ReplyDelete----------------------------------------------------------------------
1. Who wrote the song "Sare jahan se acha" ?
Answer: Muhammad Iqbal
2. Who give music to the song "Sare jahan se acha" ?
Answer: Pandit Ravi Shankar
3. Which is the worlds oldest news agency ?
Answer: AFP (Agence France Presse)
4. What is the chemical name of Tear Gas ?
Answer: Chloroacetophenone
5. Which is the only hobby recognized by the United Nations ?
Answer: Ham Radio
6. What is the national flower of Pakistan ?
Answer: Jasmine
7. What is the scientific name of Cockroach ?
Answer: Periplaneta americana
8. What is the unit of luminous intensity ?
Answer: Candela
9. Who is the winner of 2012 Us open men's title ?
Answer: Andy Murray
10. Who is the winner of 2012 Us open women's title ?
Answer: Serena Williams
11. Which famous writer is known as Father of Snow Golf ?
Answer: Rudyard Kipling
12. How many Schedules are there in the Indian Constitution ?
Answer: 12
13. Which planet is known as Red planet ?
Answer: Mars
14. Which European countries are separated by Market Reef ?
Answer: Finland and Sweden .
आदमी का दिल कितना बड़ा होता है और औरत
ReplyDeleteका कितना छोटा ! आप खुद ही देख लीजिए !
.
औरत के दिल में सिर्फ़
उसके लवर, अपने पति और अपने बच्चों के लिए
ही जगह होती है,
.
लेकिन आदमी के दिल में तो
.
अपनी लवर
.
दोस्त की लवर
.
भाई की लवर
.
पड़ोसी की लवर
.
बीवी की सहेली
.
बहन की सहेली
.
पड़ोसन की सहेली
.
अपनी साली
.
भाई की साली
.
साले की साली
.
साली की सहेली
.
सामने वाली
.
पीछे वाली
.
बाजू वाली
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उपर वाली
.
नीचे वाली
.
सब्जी वाली
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दूध वाली
.
कपड़े वाली
.
काम वाली
.
और आख़िर में थोड़ी बहुत अपनी पत्नी के लिए
भी जगह होती है
.
सच में, आदमी का दिल बहुत बड़ा होता है !
लाल बहादुर शास्त्रीजी का शहादत दिवस पर विशेष !
ReplyDelete11 जनवरी 1966 को ताशकद में जहर देकर मार दिया गया था !
देश का एक लाल, लाल बहादुर शास्त्री, जब प्रधानमंत्री बने, तब देश मे विकट परिस्थीतिया थी, देश भुखमरी के कगार मे पहुँच रहा था, सीमा पर दुशमनो की तोपें आग उगलने की तैयारी मे थी !
जिन्होने “जय जवान – जय किसान” के नारे से दुश्मनों को सबक सीखाकर देश मे हरित क्रति के साथ-साथ श्वेत क्रांति की, प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 19 महिने के प्रधानमंत्री के कार्यकाल की कामयाबी से नेहरू द्वारा किया गया भ्रष्टाचार का शौच साफ कर दिया था ! नेहरू के चमचे नेताओ की अय्याशी खत्म कर, उन्हे आम नेता बना दिया था…?
प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ताशकंद समझौते के बाद , रात को दूध पीने के बाद उनकी मौत हो गइ, मौत के समय उनके कमरे मे टेलिफोन नही था, जबकि, उनके बगल के कमरे के राजनयिकों के कमरों मे टेलिफोन था, उनकी मौत की पुष्टी होने पर राजनयिकों की फौज दिल्ली मे फोन लगा कर चर्चा कर रहे थे कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा ?
****************
मुझे डर है की कही ये गांधीवादी शास्त्री जी को बहला कर वार्ता की मेज पर न युद्ध हार जाए ! ताशकंद जाने से पहले वीर सावरकरजी ने लालबहादुर शास्त्री को चेताया और कहा “शास्त्रीजी हम जीते हुए राष्ट्र है , रूस के प्रधान्मत्री को हमारे देश मे बुलाओ ! यदि आप ताशकंद जाओगे तो वापस नही आओगे !
* लालबहादुर शास्त्री की ताशकंद में मौत ऐसा ही एक रहस्य है, जो 46 वर्ष बाद आज भी रहस्य ही बना हुआ है. सरकार गोपनीयता एवं विदेशी संबंधों का हवाला देकर इसे उजागर करने से इनकार कर रही है !सरकार ने कहा था कि ''ये दस्तावेज'' सार्वजनिक नहीं किये जा सकते क्योंकि इससे ''विदेश संबंध'' (?) प्रभावित होंगे और यह ''देशहित'' में नहीं होगा !
(इस मामले में आज की तारीख में शास्त्रीजी के साथ के कई लोग जीवित नहीं है. उनके चिकित्सक रहे डॉ. चुग के पूरे परिवार की दिल्ली के रिंग रोड में सड़क दुर्घटना (?) में मौत हो चुकी है )
गर्व मुझे है मैं हिंदू हूँ
ReplyDeleteप्रकृति के उत्पत्ति संग
मेरा भी उत्थान हुआ
सूर्य की पहली किरण से
ललाट मेरा लाल हुआ
नदियों की चंचल धारा ने
जीवन का संचार किया
जल की धारा छू कर मैंने
नदियों को माँ का नाम दिया
गर्व मुझे है मैं उस कुल का
जिसने संसार को ज्ञान दिया
अमिट पदचिन्हों को दे कर
हिंदुत्व का मार्ग प्रशस्त किया
गर्व मुझे है मैं हिंदू हूँ
शांति सुख संतोष का मैं ही पर्याय हूँ
द्वेष कपट लालच को मैंने
संस्कार में न आने दिया
इंसान की क्या मिसाल
हर धर्म का मसीहा मैंने दिया
गर्व मुझे है मैं उस कुल का
जिसने सीमाओं का अंत किया
रत्तीभर भी भूमि न ले कर
बौद्द धर्म का ज्ञान दिया
गर्व मुझे है मैं हिंदू हूँ
मेरे धन वैभव की पूर्णता
सबकी आँखों में चुभता रहा
धन लुटा वैभव न लुटा
नींव ही ऐसी मिली
गर्व मुझे है मैं उस कुल का
जिसने पापियों का संहार किया
बत्तीस दाँतो के बीच में जैसे
जिव्हा ने उन्मुक्त कार्य किया
गर्व मुझे है मैं हिंदू हूँ!!
!!जय श्री राम!!
!!वंदे मातरम्!!
द्वारा :-रुपेश मणि सिंह
टेट एक मुख्य शैक्षिक
ReplyDeleteअनिवार्य योग्यता है
इसके बगैर किसी भी समायोजन पर कोर्ट से स्टे लिया जायेगा ।
अगर आपके पङोसी के घर चोरी हो गयी हो,
ReplyDeleteऔर शक आप पर जा रहा हो तो जल्दी "आप" की सदस्यता ग्रहण कर ईमानदारी का सर्टिफिकेट ले लीजिए।
भले ही चोरी आपने की हो लेकिन फंसेगा मोदी ही....
∂єαя ѕιηgℓєѕ :
ReplyDelete.
.
.
.
ƒєвяυαяу ααηє мє zуα∂α тум ηнι
нαι..
ѕσ мєнηαт кαяσ ∂ιℓ ℓαgα к...!!
.
.
.
ωαяηα ιѕ вαя внι 14 ƒєв 2014
ƒα¢євσσк ρє ℓιкє σя ¢σммєηт кαя
к gυzααяηι
ρα∂єgι
पान दबाये गाल में देख रहे हैं नाच !
ReplyDeleteपिता-पुत्र संग-संग बहू और विधायक साथ !
और विधायक साथ हया की सीमा तोड़ें,
"चाचा-बाचा" साथ बैठ कर मुस्की छोड़ें !
जनता दंगे में मरे, या भूखे दे जान !
माननीय श्रीमंत हैं, ये खायेंगे पान !
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पिता-पुत्र दोनों हुए, "डांस" देख कर मस्त !
नेताओं के ढंग देख, जनता हो गई पस्त !
जनता हो गई पस्त, बुलाते हैं वेश्याएं !
ये समाजवादी नारी को नग्न नचायें !
लोहिया के आदर्शों की जल रही है चिता !
रोते होंगे देख-देख कर राष्ट्र के पिता !
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लोहिया जी के शिष्य ने, ऐसा किया कमाल !
महिला नंगी देखकर गज़ब दे रहे ताल !
गज़ब दे रहे ताल जवानी याद कर रहे !
नाच देखकर नस-नस में ताजगी भर रहे !
लोलुपता में डूब गए, विश्वास खो दिया !
शर्म कर रहे होंगे आज देखकर लोहिया !
कैमरे एवं दूरबीन का लेंस बनाने के लिये किस काँच का प्रयोग किया जाता है ?
ReplyDelete-फ्लिण्ट काँच
"मैं मुफ्त भोजन दूंगा" - राहुल गांधी
ReplyDelete"मैं मुफ्त पानी दूंगा" - केजरीवाल
"न तो मैं मुफ्त पानी दूँगा , ना ही मुफ्त भोजन कि बात करूंगा ,बल्कि मैं इतने रोजगार पैदा करूँगा, भारत के युवाओं को इतना सक्षम कर दूंगा,की मेरे देश का हरेक व्यक्ति स्वाभिमान से अपना भी पेट भरेगा और दूसरों की भी प्यास बुझाएगा"- नरेंद्र मोदी
पत्नी ने दुकान के बाहर एक बोर्ड लगा देखा..
ReplyDeleteमान्सून ऑफर सिर्फ़ आज के लिए!
बनारसी साड़ी 10 रुपये..
नाइलॉन 8 रुपये..
कॉटन 5 रुपय..
पत्नी खुश हो गयी और पति से बोली,
"मुझे 500 रुपये दो ना, मुझे 50 साड़ियाँ ख़रीदनी है!!"
पति : ओ सूरदास की माँ, ध्यान से देख, स्त्री करने की दुकान है!-
पत्नी ने पति को फोन किया -:
ReplyDeleteपत्नी :- कहाँ हो तुम ?
पति -: तुम्हे वो ज्वेलरी शॉप याद है ना जहाँ तुमने एक डायमंड का सेट पसंद किया था ....
और मेरे पास पैसे नहीं थे जो मैं तुम्हे खरीद के दे सकता ..!.
पत्नी :- हाँ मुझे याद है ....
पति :- फिर मैंने तुमसे कहा था के एक दिन मैं तुम्हे वो जरुर
ला के दूंगा ...
पत्नी ( खुश होते हुए ) -: हाँ जी .....हाँ जी ... बहुत अच्छे से याद है ..
पति -: मैं उसके बाजू वाली दुकान में बाल कटवा रहा हूँ ...थोडा लेट आऊंगा ..
1) चेहरे पे तेज हो
ReplyDelete2) देह में शक्ति हो
3) मन में उत्साह हो
4) बुद्धि में विवेक हो
5) हृदय में करुणा हो
6) मात्रभूमि से प्रेम हो
7) इन्द्रियों पे संयम हो
8) मन जिसका स्थिर हो
9) आत्म विश्वास दृढ हो
10) इच्छाशक्ति प्रबल हो
11) सिंह जेसा निर्भय हो
12) ध्येय जिसके उच्च हो
13) सत्य जिसका ईश्वर हो
14) व्यसन से मुक्त हो
15) जीवन में शिस्त हो
16) प्रेम जिसका सुर हो
17) मानवता उसका कुल हो
18) गुरुजन का आदर हो
19) माता पिता पे श्रध्दा हो
20) दिन दुखी का मित्र हो
21) सेवा के लिए तत्पर हो
22) भगवान के लिए भक्ति हो
23) जीवन में नीति हो
24) चरित्र जिसका शुद्ध हो..
वो ही आदर्श युवक है...
12 जनवरी 2014 को स्वामी विवेकानंदजी की 151 वी जयंती हैं
मै कभी भी सिर्फ किसी कि बुराई नही लिखता,मेरा उदेश्य हर भारतीय को वास्तविक्ता से पर्चित कराना है...अक्सर मैने देखा है कि भीड मे शामिल होना लोगे की आदत सी हो गयी..बिना सोचे समझे वो भीड की तरफ चल देते है....मेरा उन सभी लोगो से निवेदन है कि पहले उस भीड कि सच्चाई जान ले, उसके बाद निर्णय करे कि आपको क्या करना है, हमे अपने देश के बाहरी दुश्मनो से खतरा नही बल्की जो हमारे घर मे है उनसे ज्यादा खतरा है.
ReplyDeleteजाति,धर्म से उपर रहकर हिन्दुस्तान कि बात करे..
ये हिन्दुस्तान हमारा है , हम सबको इसे मिलकर बचाना है.
जय हिन्द जय भारत
* जिलानुसार राजस्थान की नदियां-
ReplyDelete१) अजमेर - साबरमती, सरस्वती, खारी, ड़ाई,
बनास
२) अलवर - साबी, रुपाढेल, काली, गौरी, सोटा
३) बाँसबाड़ा - माही, अन्नास, चैणी
४) बाड़मेर - लूनी, सूंकड़ी
५) भरतपुर - चम्बल, बराह, बाणगंगा, गंभीरी,
पार्वती
६) भीलवाडा - बनास, कोठारी, बेडच, मेनाली,
मानसी, खारी
७) बीकानेर - कोई नदी नही
८) बूंदी – कुराल
९) चुरु - कोई नदी नही
१०) धौलपुर – चंबल
११) डूंगरपुर - सोम, माही, सोनी
१२) श्रीगंगानगर – धग्धर
१३) जयपुर - बाणगंगा, बांड़ी, ढूंढ, मोरेल, साबी,
सोटा, डाई, सखा, मासी
१४) जैसलमेर - काकनेय, चांघण, लाठी, धऊआ,
धोगड़ी
१५) जालौर - लूनी, बांड़ी, जवाई, सूकड़ी
१६) झालावाड़ - काली सिन्ध, पर्वती,
छौटी काली सिंध, निवाज
१७) झुंझुनू - काटली
१८) जोधपुर - लूनी, माठड़ी, जोजरी
१९) कोटा - चम्बल, काली सिंध, पार्वती, आऊ
निवाज, परवन
२०) नागौर – लूनी
२१) पाली - लीलड़ी, बांडी, सूकड़ी जवाई
२२) सवाई माधोपुर - चंबल, बनास, मोरेल
२३) सीकर - काटली, मन्था, पावटा, कावंट
२४) सिरोही - प. बनास, सूकड़ी, पोसालिया,
खाती, किशनावती, झूला, सुरवटा
२५) टोंक - बनास, मासी, बांडी
२६) उदयपुर - बनास, बेडच, बाकल, सोम, जाखम,
साबरमती
२७) चित्तौडगढ़ - वनास, बेडच, बामणी, बागली,
बागन, औराई, गंभीरी, सीवान, जाखम, माही।
A Heart touching poem by a Soldier..
ReplyDelete.
If I die in a war zone,
.
Box me up n send me home,
.
Put my gun on my chest,
.
And tell my mom i did my best,
.
N tell my dad not to bow,
.
He will never get tension from me now,Tell my bro study perfectly Keys of my bike
will be
his permanently,
.
Tell my sis dont be upset,
.
Her bro will not rise after this
sunset,
.
Dont tell my friends they are
hearties,
and start 2 ask for parties
.
Tell my LOVE not to cry....
.
Because I'm A Soldier Born to Die....
.
lets salute these brave souls who laid down
their lives and still doing so.... which make
us live safely......
बात जो दिल को छू गयी : आपके साथ शेयर कर रहा हुँ ::
ReplyDeleteमाँ मैं एक पार्टी में गया था.
तूने मुझे शराब नहीं पीने को कहा था, इसीलिए
बाकी लोग शराब पीकर मस्ती कर रहे थे
और मैं सोडा पीता रहा. लेकिन मुझे सचमुच अपने पर गर्व हो रहा था माँ,
जैसा तूने कहा था कि 'शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाना'. मैंने वैसा ही किया.
घर लौटते वक्त मैंने शराब को छुआ तक नहीं,
भले ही बाकी दोस्तों ने मौजमस्ती के नाम पर जमकर पी. उन्होंने मुझे भी पीने के लिए बहुत उकसाया था.
पर मैं अच्छे से जानता था कि मुझे शराब नहीं पीनी है और मैंने सही किया था.
माँ, तुम हमेशा सही सीख देती हो. पार्टी अब लगभग खत्म होने को आयी है और सब लोग अपने-अपने घर लौटने की तैयारी कर रहे हैं.
माँ, अब जब मैं अपनी कार में बैठ रहा हूँ तो जानता हूँ कि केवल कुछ समय बाद मैं अपने घर अपनी प्यारी स्वीट माँ और पापा के पास रहूंगा.
तुम्हारे और पापा के इसी प्यार और संस्कारों ने मुझे जिम्मेदारी सिखायी और लोग कहते हैं कि मैं समझदार हो गया हूँ
माँ, मैं घर आ रहा हूँ और अभी रास्ते में हूँ. आज हमने बहुत मजा की और मैं बहुत खुश हूँ.
लेकिन ये क्या माँ.....
शायद दूसरी कारवाले ने मुझे देखा नहीं और ये भयानक टक्कर.....
माँ, मैं यहाँ रास्ते पर खून से लथपथ हूँ.
मुझे पुलिसवाले की आवाज सुनाई पड़ रही है
और वो कह रहा है कि इसने नहीं पी.
दूसरा गाड़ीवाला पीकर चला रहा था.
पर माँ, उसकी गलती की कीमत मैं क्यों चुकाऊं ?
माँ, मुझे नहीं लगता कि मैं और जी पाऊंगा.
माँ-पापा, इस आखिरी घड़ी में तुम लोग मेरे पास क्यों नहीं हो. माँ, बताओ ना ऐसा क्यों हो गया. कुछ ही पलों में मैं सबसे दूर हो जाऊँगा.
मेरे आसपास ये गीला-गीला और लाल-लाल क्या लग रहा है. ओह! ये तो खून है और वो भी सिर्फ मेरा.
मुझे डाक्टर की आवाज आ रही है जो कह रहे हैं कि मैं बच नहीं पाऊंगा.
तो क्या माँ, मैं सचमुच मर जाऊँगा. मेरा यकीन मानो माँ. मैं तेरी कसम खाकर कहता हूँ कि मैंने शराब नहीं पी थी.
मैं उस दूसरी गाड़ी चलानेवाले को जानता हूँ. वो भी उसी पार्टी में था और खूब पी रहा था.
माँ, ये लोग क्यों पीते हैं और लोगों की जिंदगी से खेलते हैं
उफ! कितना दर्द हो रहा है. मानो किसी ने चाकू चला दिया हो या सुइयाँ चुभो रहा हो.
जिसने मुझे टक्कर मारी वो तो अपने घर चला गया और मैं यहाँ अपनी आखिरी साँसें गिन रहा हूँ. तुम ही कहो माँ, क्या ये ठीक हुआ.
घर पर भैया से कहना, वो रोये नहीं. पापा से धीरज रखने को कहना. मुझे पता है, वो मुझे कितना चाहते हैं और मेरे जाने के बाद तो टूट ही जाएंगे. पापा हमेशा गाड़ी धीरे चलाने को कहते थे. पापा, मेरा विश्वास करो, मेरी कोई गलती नहीं थी. अब मुझसे बोला भी नहीं जा रहा. कितनी पीड़ा! साँस लेने में तकलीफ हो रही है.
माँ-पापा, आप मेरे पास क्यों नहीं हो. शायद मेरी आखिरी घड़ी आ गयी है. ये अंधेरा सा क्यों लग रहा है. बहुत डर लग रहा है. माँ-पापा प्लीज़ रोना नहीं. मै हमेशा आपकी यादों में, आपके दिल में आपके पास ही रहूंगा.
माँ, मैं जा रहा हूँ ।पर जाते-जाते ये सवाल ज़रूर पूछुंगा
कि ये लोग पीकर गाड़ी क्यों चलाते हैं. अगर उसने पी नहीं होतीं तो मैं आज जिंदा, अपने घर, अपने परिवार के साथ होता.
tmntbbn ji namakar aur aap itani marmsparshi poem aur articles kyon likhte ho ki dil bhar aata hai aur aankhon mein nami aa jaati hai.
ReplyDeletetmntbbn ji,really u r a true indian and i would like to salute u thousand time.
ReplyDeleteTHANKS. . .
ReplyDeleteAGRAWAL . . . . . G
M
ReplyDeleteE
R
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W
A
L
I
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जियो उसके लिए जो जीने का सहारा हो
चाहो उसे जो आपको जान से भी प्यारा हो
राह में तो मिलेँगे बहुत साथी लेकिन.....
साथ उसका दो जिसने भीड मेँ आपको पुकारा हो ....
राजस्थान की झीले - 2
ReplyDelete¤फतेहसागर झील (उदयपुर)
>फतेहसागर झील का निर्माण 1688 मेँ महाराणा जयसिँह ने कराया था।
>1888 मेँ आयी भयंकर बारीश के कारण फतेहसागर झील पर स्थित बाँध तहस नहस हो गया था। महाराणा फतेहसिँह ने बाँध की मरम्मत करवाई , उनके नाम पर ही झील फतेहसागर झील कहलाई।
>फतेहसागर पर स्थित बाँध की आधारशिला डयूक आफ कनोट ने रखी, यह बाँध कनोट बाँध कहलाता है।
>फतेहसागर के किनारे मोती मगरी पहाङी को महाराणा प्रताप स्मारक के रूप मेँ विकसित किया गया है।
>1975 मेँ अहमदाबाद की वेधशाला ने फतेहसागर झील के टापु पर सौर वेधशाला की स्थापना की। 1981 मेँ इसे देश के अंतरिक्ष विभाग से जोङा गया।
>फतेहसागर झील के मध्य मेँ स्थित एक टापू पर नेहरू आइलैण्ड स्थित है।
>फतेहसागर झील के नीचे सहेलियोँ की बाङी बाग स्थित है।
>फतेहसागर झील के किनारे पर 1989 मेँ पश्चिम क्षेत्र सांस्क्रतिक केन्द्र द्वारा हवाला गांव मेँ ग्रामीण शिल्प एवं लोक कला परिसर शिल्प ग्राम का निर्माण किया गया है।
¤राजसमंद (राजसमुद्र)झील(राजसमंद)
>1662 मेँ महाराजा राजसिँह ने गोमती नदी पर इस झील का निर्माण शुरू करवाया जो 1676 मेँ पुरा हुआ।
>झील की लम्बाई 6.5 किमी
चौङाई 3 किमी
>राजसमंद राज्य की एकमात्र झील है जिस पर जिले का नामकरण हुआ है।
>इस झील का उत्तर भाग 9 चौकी की पाल के नाम से जाना जाता है जिस पर संगमरमर के 25 शिलालेख स्थित है जिन पर मेवाङ का इतिहास रणछोङ भट्ट द्वारा संस्क्रत भाषा मेँ लिखा हुआ है, जिसे मेवाङ की राजप्रशस्ति कहते है। यह विश्व की सबसे बङी राजप्रशस्ति है, जिस पर मेवाङ के गुहिल वंश के शासको का वर्णन है।
>झील के किनारे घेवर माता का मन्दिर है।
¤ अन्नासागर झील(अजमेर)
>1137 मेँ अर्णोराज (अन्नाजी) ने इस झील का निर्माण करवाया।
>झील के किनारे जहांगीर ने दौलतबाग उद्यान का निर्माण करवाया जिसे वर्तमान मेँ सुभाष उद्यान कहते है।
>इस झील की पाल पर 1627 मेँ शाहजहाँ ने संगमरमर का कटहरा बनवाया।
>इस झील के किनारे स्थित संगमरमर के बारह दरवाजोँ को 12 दरी कहते हैँ।
मे
ReplyDeleteरी
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वा
ली
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Love Is
Such A Marvelous
Word,
If A Boy Understands,
Girl Doesn't..
......&
If Girl Understands,
Boy Doesn't..
&
If Both Understand,
The World Doesn't...
Agree....
सुप्रीम कोर्ट मेँ मार्च तक फाइनल कराना होगा अपना केस ।
ReplyDeleteमेरे प्रिय टेट मेरिट सपोर्टर साथियोँ नमस्कार,
आजकल हमारे सभी साथी सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट मेँ डाली गयी एस एल पी को पूर्ण ना करने से परेशान हैँ। मेरे विचार से हमेँ परेशान नहीँ होना चाहिए बल्कि खुःश होना चाहिए हम इतने परिपक्व तो हो ही चुके हैँ। सरकार की यह हिलाहवाली यही दर्शाती है कि उसने सुप्रीम कोर्ट मेँ हमारा सामना करने से पहले ही अपनी हार को निश्चित मानकर अपने हथियार ड़ाल दिए हैँ। लेकिन सरकार अपनी इस हार से कब तक बचेगी इसके लिए टेट संघर्ष मोर्चा ने सरकार की चारोँ ओर से घेराबंदी करने की रणनीति तैयार कर ली है बस हमेँ अपने मोर्चे को संगठित और आर्थिक रुप से मजबूत रखना होगा। सरकार द्वारा उर्दू मौअल्लिमोँ को नियुक्ति पत्र देना, 10800 BTC और VBTC तथा 29334 जूनियर की काँन्सलिँग का कार्यक्रम जारी करना, शिक्षा मित्रोँ का समायोजन तथा 72825 शिक्षकोँ की भर्ती को लेकर S.C. मेँ SLP जमा करना और S.C. से आने वाले फैसले का हवाला देना यही दर्शाता है कि हमारे द्वारा किए जा रहे आन्दोलन, आमरण अनशन आदि को रोककर सभी को शान्ति से घर पर बैठने का लोलीपोप देकर 2014 के लोकसभा चुनाव तक इन सभी भर्तियोँ की यथास्थिति बनाए रखना है इससे ज्यादा हमारा और कुछ बिगाड़ भी नहीँ सकती है। जब तक S.C. से निर्णय आयेगा चुनाव आचार संहिता लग जायेगी और सरकार के पास बहाना होगा कि हमारे सभी सक्षम अधिकारी चुनाव की तैयारी मेँ व्यस्त हैँ अतः हम अभी ये भर्तियाँ पूरी नहीँ कर सकते हैँ। 72825 शिक्षकोँ की भर्ती पर ही अन्य सभी भर्तियोँ का भविष्य टिका हुआ है। यही कारण है कि सरकार अपनी पोल-पट्टी खुलने के डर से तथा अपने वोट-बैँक को बचाने के लिए S.C. मेँ अपनी SLP को पूर्ण करने मेँ इतनी हिलाहवाली कर रही है क्योँकि सरकार को ज्ञात है कि S.C. मेँ उसका क्या हश्र होने वाला है। अतः हमेँ अब केवल और केवल यह प्रयास करना है कि S.C. से हमारा फैसला मार्च के माह मेँ अवश्य आ जाए जिससे सरकार के चहेतोँ को भी सरकार की असलियत मालूम हो जाए तथा लोकसभा चुनाव मेँ भी सरकार का वही हाल हो जो सुप्रीम कोर्ट मेँ होने वाला है ।
सत्यमेव् जयते, जय टेट संघर्ष मोर्चा, जय टेट मेरिट, जय हिन्द, जय भारत ।
धन्यवाद !
सुप्रीम कोर्ट मेँ मार्च तक फाइनल कराना होगा अपना केस ।
ReplyDeleteमेरे प्रिय टेट मेरिट सपोर्टर साथियोँ नमस्कार,
आजकल हमारे सभी साथी सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट मेँ डाली गयी एस एल पी को पूर्ण ना करने से परेशान हैँ। मेरे विचार से हमेँ परेशान नहीँ होना चाहिए बल्कि खुःश होना चाहिए हम इतने परिपक्व तो हो ही चुके हैँ। सरकार की यह हिलाहवाली यही दर्शाती है कि उसने सुप्रीम कोर्ट मेँ हमारा सामना करने से पहले ही अपनी हार को निश्चित मानकर अपने हथियार ड़ाल दिए हैँ। लेकिन सरकार अपनी इस हार से कब तक बचेगी इसके लिए टेट संघर्ष मोर्चा ने सरकार की चारोँ ओर से घेराबंदी करने की रणनीति तैयार कर ली है बस हमेँ अपने मोर्चे को संगठित और आर्थिक रुप से मजबूत रखना होगा। सरकार द्वारा उर्दू मौअल्लिमोँ को नियुक्ति पत्र देना, 10800 BTC और VBTC तथा 29334 जूनियर की काँन्सलिँग का कार्यक्रम जारी करना, शिक्षा मित्रोँ का समायोजन तथा 72825 शिक्षकोँ की भर्ती को लेकर S.C. मेँ SLP जमा करना और S.C. से आने वाले फैसले का हवाला देना यही दर्शाता है कि हमारे द्वारा किए जा रहे आन्दोलन, आमरण अनशन आदि को रोककर सभी को शान्ति से घर पर बैठने का लोलीपोप देकर 2014 के लोकसभा चुनाव तक इन सभी भर्तियोँ की यथास्थिति बनाए रखना है इससे ज्यादा हमारा और कुछ बिगाड़ भी नहीँ सकती है। जब तक S.C. से निर्णय आयेगा चुनाव आचार संहिता लग जायेगी और सरकार के पास बहाना होगा कि हमारे सभी सक्षम अधिकारी चुनाव की तैयारी मेँ व्यस्त हैँ अतः हम अभी ये भर्तियाँ पूरी नहीँ कर सकते हैँ। 72825 शिक्षकोँ की भर्ती पर ही अन्य सभी भर्तियोँ का भविष्य टिका हुआ है। यही कारण है कि सरकार अपनी पोल-पट्टी खुलने के डर से तथा अपने वोट-बैँक को बचाने के लिए S.C. मेँ अपनी SLP को पूर्ण करने मेँ इतनी हिलाहवाली कर रही है क्योँकि सरकार को ज्ञात है कि S.C. मेँ उसका क्या हश्र होने वाला है। अतः हमेँ अब केवल और केवल यह प्रयास करना है कि S.C. से हमारा फैसला मार्च के माह मेँ अवश्य आ जाए जिससे सरकार के चहेतोँ को भी सरकार की असलियत मालूम हो जाए तथा लोकसभा चुनाव मेँ भी सरकार का वही हाल हो जो सुप्रीम कोर्ट मेँ होने वाला है ।
सत्यमेव् जयते, जय टेट संघर्ष मोर्चा, जय टेट मेरिट, जय हिन्द, जय भारत ।
धन्यवाद !
स्वामी विवेकानंद जी जैसा प्रखर हिंदुत्ववादी वर्तमान समय में होता तो निश्चित ही वो दुनियां का सबसे बड़ा सांप्रदायिक व्यक्ति कहलाता |
ReplyDeleteइस वक्त उत्तर प्रदेश के सबसे परेशान ब्यक्ति कौन हैँ?
ReplyDeleteबो है मुलायम सिँह
जिनके भाषणोँ मेँ भी परेशानियत झलकती है जैसे
1. इस बार जिता दो आखिरी मैका है।
2. लोकपाल दरोगा है।
3. लोकसभा चुनाब मेरे सम्मान का सबाल है।
पूरा प्रदेश बर्बाद कर दिया अब भी वोटोँ की इच्छा रखते हैँ।
मे
ReplyDeleteरी
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वा
ली
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Yaadon Ka Yeh Karwan Hamesha Rahega.,
Dur Hote Hue Bhi Pyaar Wohi Rahega.
Maaf Karna Mil Nahi Pate Aapse,
Magar Yakeen Rakhna In Aankhon Me Intezaar Wohi Rahega..
एक सीख , जो हर एकेडमिक समर्थक को टेट समर्थक से लेना चाहिए----
ReplyDeleteआज के लगभग साल भर पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि 72825 की भर्ती आज तक लटकी रहेगी लेकिन यह सब कुछ हुआ टेटवालों के संघर्ष के कारण...तब ना उनके साथ सरकार थी,ना मीडिया, और ना ही आमलोग । उल्टी गंगा बहाने का जो संघर्ष टेट मेरिट समर्थकों ने किया नि:संदेह वह काबिलेतारिफ है उनके अंदर लगन थी,उर्जा थी,संगठन था और सबसे बडी बात उनके पास था धन(उनके पास नहीं था तो केवल आधार , जो ये भर्ती करा सके) !!!!इसी धन से वो एक गलत फैसला कराने में कामयाब थे....और गंगा को उल्टी तो नहीं बहा सके लेकिन उसकी अविरल धारा को रोक जरुर दिए.....नि:संदेह लक्ष्मी जी सरस्वती जी पर भारी पड गई जिससे पवित्र गंगा संकट में आ गयीं......
लेकिन !!!!इतिहास गवाह है कि विजय हमेशा सरस्वती की हुई है.....गंगा सदैव अपने मार्ग पर ही बही है ।
इसलिए हे एकेडमिक वीरों ! आज तुम्हे स्वंय इस न्याय की लडाई में रणभूमि पर उतरना होगा जिसका शंखनाद हो चुका है.....तुम्हे अपने प्रतियोगियों(टेट मेरिट समर्थक) से सीख लेनी चाहिए........सीख
उनके संगठन से
उनके जुझारु होने से
सीख इस बात का भी एक पुकार पर उनके सभी साथी अस्त्र-शत्र ( १५-२० लाख )से लैस रणभूमि(सु०कोर्ट) में कूद पडते है........
ध्यान रहे अगर तुम हारे तो हार जायेंगी
माँ गंगा की धारा
तुम्हारा संघर्ष
तुम्हारा न्याय
तुम्हारे सपने
तुम्हारा पूरा कैरियर
तुम्हारे परिवार के सपने
पूरी की पूरी भर्ती और हार जायेंगी
72825 परिवारों की दुवांए........
कपिल देव यादव को अब भी उम्मीद है कि वह sc मे पार्टी बनेंगे ! टेट को निरस्त करवा देंगे ! अकेडमिक से भर्ती करवा देंगे ! अपने आपको जुर्माना से बचा लेंगे ! क्योंकि उनके पास इतनी अक्ल है कि वह sc के न्यायाधीशों को भ्रमित कर देंगे उन्हे बेबकूफ बना देंगे ? एकल पीठ को इनकी मंशा समझने मे 6 माह लगे । डबल बेँच को 15 मिनट लगे। इस हिसाब से sc को 15 सेकेँड भी नही लगेंगे । बस महोदय अपनी slp की कमियाँ दूर कर अंत की तारीख तय कर लें यह तो इन्हे ही तय करने का अधिकार है अधिक से अधिक 20 फरवरी तक अपने अंत की तारीख टाल सकते है । कपिल देव के अनुसार उसके पास 4 लाख रुपए कम है जब यह पूरे हो जाएँगे वह अपनी slp की कमियाँ दूर कर देगा । कपिल देव को अकेडमिक वाले पैसे देने से तो रहे हाँ अगर सुनवाई कराने को कटिबद्ध हो तो इस संबंध मे टेट मोर्चा उसकी मदद कर सकता है ।
ReplyDeleteएक संदेश एक प्रार्थना...
ReplyDeleteमित्रोँ 'मकर संक्रांति' आ रही है।
आप सब भी पतंग उड़ाने की तैयारी कर रहे होँगे।
पूरा आसमान रंग बिरंगी पतंगो से भरा होगा।
कितना अच्छा लगता हैँ ना जब ये लाल,पीली,नीली,
हरी, काली और भी अनेक रंगो से बनी आर्कषक
पतंगे आसमान मेँ उड़ती है।
वो काटा वो मारा जैसा शोर हल्ला गुल्ला।
पेच पर पेच लड़ना बड़ा मजा आता हैँ ना.।
पर क्या आपको पता हैँ.....?
हमारी ये दो पल की खुशी ना जाने कितने मासूम
पंछियोँ से उनके जीवन भर की खुशी और
आजादी छीन लेती हैँ।
हर साल हजारोँ पंछी हमारे ड़ोर और मांजे की चपेट मेँ
आकर घायल हो जाते हैँ।
अपना अनमोल जीवन गवाँ बैठतेँ हैँ।
पंछियो के घायल होने की सबसे अधिक संख्या सुबह
6 से 8 बजे और शाम को 5 से 7 बजे के बीच
होती हैँ।
इस समय पंछी सुबह अपने दाना पानी की तलाश मे
निकलते हैँ और शाम के समय वापस अपने अपने
आशियाने की ओर लौट आते हैँ जहाँ उनके छोटे छोटे
बच्चे उनके वापस आने का इंतजार कर रहे होते है।
आप सब से प्रार्थना हैँ....
कृप्या सुबह 6 से 8 और शाम को 5 से 7 के बीच
पंतगबाजी ना करे..
चाईनीज और काँच के मांजे का प्रयोग ना करे।
अगर आपको कोई भी घायल पंछी मिलता है तो आप
उसे अपने पास के किसी भी
पशु पंछी के हस्पताल या ड़ाक्टर के पास ले जाये।
आईये इन पंछियोँ को प्रेम करे इनकी सहायता करे
जो हर रोज हमारी सुबह और शाम खुशनुमा बनाते हैँ।
कृप्या इस संदेश को शेयर करे.....धन्यवाद_/ \_
kapil madrchod tet ko rudd kara ker acd walo ka paisa hajam karna chahta hai..wah bharti kyo chahega bhee sale kutte harami k tet aur acd dono me hi selection k lia merit nahi hai...ye sala na to tet se na to acd se bharti hone dega ye janta eska to dono se selection hona nahi hai ...koi esse puccho ki tere tet aur acd me kitne marks hai madrchod ki gand fat k haath me aajaygi..jab bhosari k tet aur acd me tere selection layak number nahi hai to sale haramkhor sc me ye kya kar raha hai .ye janta hai paisa khao jaldi jaldi..ye public hai sab janti hai..jab jagegi na..kisi ko muh nahi dekha payga
ReplyDeletekapil madrchod tet ko rudd kara ker acd walo ka paisa hajam karna chahta hai..wah bharti kyo chahega bhee sale kutte harami k tet aur acd dono me hi selection k lia merit nahi hai...ye sala na to tet se na to acd se bharti hone dega ye janta eska to dono se selection hona nahi hai ...koi esse puccho ki tere tet aur acd me kitne marks hai madrchod ki gand fat k haath me aajaygi..jab bhosari k tet aur acd me tere selection layak number nahi hai to sale haramkhor sc me ye kya kar raha hai .ye janta hai paisa khao jaldi jaldi..ye public hai sab janti hai..jab jagegi na..kisi ko muh nahi dekha payga
ReplyDeleteek acd wale ka paisa kapil kha gaya hai..to maine usse kaha hai ki ye. baat aap police ko batay ..mujhe nahi...aur police station per namjad fir kare jiske dabav me aap ne kiske account me paisa bheja hai ..dhyan rahe kapil k tet aur acd k number sab k samne police dwara sarvjanik karwana hoga tabhi samajh me sabko ayga ki.ye kitna gira aur gaddar hai.hosiar ladko ki jindki k saath khelne ki saja kya hoti hai ..teehar jail milna tay hai kisi k future k saath khelne ki saja ese miljaygi
ReplyDeleteek acd wale ka paisa kapil kha gaya hai..to maine usse kaha hai ki ye. baat aap police ko batay ..mujhe nahi...aur police station per namjad fir kare jiske dabav me aap ne kiske account me paisa bheja hai ..dhyan rahe kapil k tet aur acd k number sab k samne police dwara sarvjanik karwana hoga tabhi samajh me sabko ayga ki.ye kitna gira aur gaddar hai.hosiar ladko ki jindki k saath khelne ki saja kya hoti hai ..teehar jail milna tay hai kisi k future k saath khelne ki saja ese miljaygi
ReplyDeleteसपा का युवा हितैषीपन देखिए जब तक डबल बैंच का फैसला नही आया था तब तक सपा तानाशाह आदेश मिलने की बात कह कर बहाने बनाते रहे अब जब आदेश मिल गया तो ये लुटेरे साढ़े तीन अरब रुपये हजम करने के लिए नुस्खे ढूँढ रहे है इसी लिए भरती हेतु चुप्पी साध ली है अतः सभी भरती समर्थक अत्यन्त सावधान रहे सरकार के नापाक ईरादों से निपटना सिर्फ टेट मेरिट वाले ही अच्छी तरह जानते हॅ अतः टेट मेरिट का साथ तन मन धन से करके भर्ती शीघ्र करवाए तथा सरकारी नापाक इरादे ध्वस्त करे जय टेट
ReplyDeleteजब तकदीर ही रूठी हो, तो तुम्हारे रूठने से क्या फर्क पड़ता है।
ReplyDeleteबस असर इतना कि, फर्क यहाँ अपने पराये का महसूस होता है।।
जिनमें जन्मजात डिफेक्ट होता है उनकी SLP भला डिफेक्ट रहित कैसे हो सकती है,,,,,,,,,
ReplyDeleteअगर कहीं मैंने नए विज्ञापन को पूर्व विज्ञापन का संशोधित रूप माने जाने की मांग करते हुए एक SLP ठोंक दी और उसमें इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सभी पक्षों को पार्टी बना लिया तो ????????
सोचिये और सोचकर विचार कीजिए........ इस रणनीति की कोई काट नहीं है...... मैं जीतकर भी जीतूंगा और हारकर भी जीत जाऊँगा,,,, क्योंकि मुझे सरकार तो हरा नहीं सकती क्योंकि retrospective effect से चयन प्रक्रिया में संशोधन हो ही नहीं सकता ,,, अगर टेट मोर्चे की जीत होती है और old add को ही बहाल किया जाता है तो भला मुझे इसमें क्या दिक्कत हो सकती है,,,,,,
ब्रह्मास्त्र है ये .......जिसकी कोई काट नहीं होती.........
टेट मामले मे सरकार द्वा्रा डाली गयी रिट की डिफेक्ट को दूर ना करने से स्पस्ट है की सरकार की हालत उस क्रिकेट टीम की तरह हो गयी है जो टेस्ट मैच मे हार टालने के लिये विकेट से दूर गेन्द फेकती है या अन्धेरा होने या बारिश होने का इन्त्जार करती है !
ReplyDeleteक्यो भाइयों मैने कुछ गलत तो नही कहा ?
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteKapildev Yadav> उवाच् .
ReplyDelete.
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मैं यादव कपिल देव लाल बहादुर सभीं एकेडमिक मेरिट समर्थकों
(तो यहाँ पर डरपोक कौन है?)
से कहना चाहता हूँ कि.........
1. आप लोगों ने जो हमें समर्थन किया उसके लिये आपलोगों का बहुत बहुत धन्यवाद .........
2. हमलोगों की SLP सुप्रीम कोर्ट में पड चुकी है जिसका डायरी नंबर 1019⁄2014 है। हमारी SLP डिफेक्टिव है जो कि जानबूझकर किया गया है
(अब तो कहेगा ही)
जिससे हमारी SLP टेट वाले ना पा सकें।
(जब कि हम लोग कापी पा चुके हैं)
ये लोग SLP की काँपी ना पाने के कारण परेशान हैं और अफवाह फैलाकर एकेडमिक समर्थकों को गुमराह कर रहे हैं।
(गुमराह कौन कर रहा है है सब जानते हैं).........
3. टेट मेरिट वाले जानते हैं कि इनकी भर्ती को खतरा सरकार से नहीं एकेडमिक वालों से है।
(किस बात से भाई ?)
हाई कोर्ट के सिंगल बेंच में मैं और सरकार थे और वहॉं मैं जीता--- डबल बेंच में सरकार और टेट मेरिट वाले थे और वहाँ पर टेट मेरिट वाले जीते. अब अगर सुप्रीम कोर्ट में टेट मेरिट बनाम सरकार लडाई हुई तो 100% टेट मेरिट वाले जीतेंगे।
(ये बात भी इसे पता है)
ये बात टेट मेरिट वाले अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिये वो नहीं चाहते हैं कि हम एकेडमिक वाले अपने हक के लिये सुप्रीम कोर्ट जाएं
(जाओ भाई जाओ हम तो यही चाहते हैं)
और वे अपने नापाक इरादों में कामयाब हो जायँ।
( ये बात इसे खुद नही कहना चाहिए).........
4. हम जिस दिन SLP का डिफेक्ट दूर करेंगे
(बेटा ऐसा तो तेरे बाप . . . . . . . . मुल्ला जी के बस की बात नही है)
उसके एक सप्ताह के अन्दर ही पहली डेट मिल जाएगी और अभीं हमारे पास 04 लाख रूपये की कमी हैं। (और खाओ पैसे )
हमें अपने वकील साहब का पैसा पहली डेट पर ही देना है। इसलिये हम SLP तब तक फाइनल नहीं करेंगे जब तक पूरा पैसा एकत्र ना हो जाए। नहीं तो वकील साहब की फीस अगर नहीं दी गई तो वे डेट पर नहीं जाएँगे और हमारी रिट एक झटके में ही खारिज हो जाएगी।
(वो तो वैसे भी होनी है)
अगर हम कुछ पैसा बाद में देने को कहेंगे तो भी वे नाराज होंगे और इसका सीधा असर हमारे केस पर पडेगा।.........
5. सुप्रीम कोर्ट में हमारे मुख्य वकील राकेश दिवेदी जी हैं जिन्होंने अभीं अभीं हाईकोर्ट में सरकार के विरुद्ध फैसले सुप्रीम कोर्ट में स्टे लिया है
(किस मामले मे किस सरकार के खिलाफ ये पता नही है)
और सरकार को विजय दिलाई है। वे सर्विस सेक्टर के सुप्रीम कोर्ट से सबसे बडे वकील हैं‚ जिन्हें राज्य सरकार हाई कोर्ट का अटार्नी ऑफ जर्नल बना रही थी जिसे उन्होंने इन्कार कर दिया था।
(किस लिए ठुकराया ये भी पता नही है)
़़़़़़़़़़़़़़़
इस महारण में मुझे आपका समर्थन चाहिये। आप अगर साथ हैं तो
(किसके साथ दुनिया है ये सब जानते हैं)
दुनिया की कोई ताकत हमें विजय पाने से नहीं रोक सकती क्योंकि हम सही हैं‚ (अबे तो गलत कौन है तेरी . . . . . . . ?)
हम न्याय के लिये लड रहे हैं
(तो यहाँ पर अन्याय के लिए कौन लड़ रहा है ?)
़़़़़़़़़़़़़
बस हम 01 बार सुप्रीम कोर्ट में अच्छे से अपना पक्ष रखने में कामयाब हुए
(यानी इस बात की शंका तो है)
तो न्याय के देवता सुप्रीम कोर्ट दवारा न्याय किया जाएगा और हम विजय प्राप्त करेंगे।
यदि भारतीय जनता पार्टी का चरित्र नहीं होता तो आज एक रेल के डिब्बे में चाय बेचने वाला बच्चा आज आपके बीच नहीं होता - नरेन्द्र मोदी
ReplyDeleteमहाभारत-2014
ReplyDelete*
जब दुर्योधन (कॉंग्रेस) को लगा की वो अपने दम पर
अर्जुन (मोदी) को परास्त नहीं कर सकता तो उसने
कर्ण (AAP) से दोस्ती कर ली और उसे अंग देश
(दिल्ली) का राजा बना दिया, इस अहसान के बदले
कर्ण , दुर्योधन और उसके
साथियों (शीला government) के अधर्म
(corruption) की तरफ अपनी आँखें बंद कर
लीं और इस अधर्म को छुपाने और खुद को दानवीर
कहलाने केलिए अपनी हैसियत से ज़्यादा दान
(subsidy) दिया और दुर्योधन (कॉंग्रेस)
को विजयी बनानेकी पूरी कोशिश की.इस धर्म युद्ध
मे भीष्म और द्रोण (media) और
socialactivists) ने भी इस गठजोड़ का साथ
दिया! लेकिन जनार्दन (जनता जनार्दन) ने अर्जुन
(मोदी)का साथ नहीं छोड़ा और ये तो सर्व विदित है
की अंत में जीत उसी कि होती है ...जिसके साथ
जनार्दन (जनता) होते हैं!
नए जमाने के हिसाब से आजकल लडते समय गुस्से में आकर बीवियाँ अपने पति से क्या कहती हैं?
ReplyDeletePilot की बीवी :::::::::::: ज्यादा उडो मत
टीचर की बीवी :::::::::::: मुझे मत सिखाओ
पेंटर की बीवी :::::::::::: थोबडा रंग दूँगी
धोबी की बीवी ::::::::::::: धो दूँगी
Actor की बीवी:::::::::::: नाटक मत कर
Dentist की बीवी::::::::: दाँत तोड दूँगी
CA की बीवी :::::::::::::::हिसाब से रहो
Engineer की बीवी::::::: सब parts ढीले कर दूँगी
Architect की बीवी::::::: सीधे रहो नहीं तो ढाँचे की design बदल दूँगी
::::::::::::::::::::::::और:::::::::::::::::::::::::
Marketing Executive की बीवी::::::::::::: OLX पर बेच दूँगी.....!!!!
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteजरा इनकी भी सुन ली जाए और साथ ही साथ वर्तनी की भी जाँच करें
ReplyDelete.
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Binit Singh>
Acd साथियो
टेटुओ कि बेचेनी देखने लायक है कपिल के slp कि कापी और सरकार के slp कि कापी पुरी ताकत लगाने के बाद भी बेचारे नही पा रहे है अब SC के जज बन कर फैसला भी लिखने लगे है ये इनकी बेचेनी का ही पमाण है अरे टेटुओ DB के आडर पा कर कुछ नही कर पाये अब तुम लोग इतना जान लो ये भतिँ होगी तो Acd से होगी टेट मेरिट पर भतिँ अगर कभी तुम लोगो कि भष्टाचारी बहन मायावती आयेगी जिसको पैसा देकर टेट टाप किये हो वही करेगी जो असंम्भव है टेट फेल कि तरह भुषण के आडर पर जादा कुदो मत टेटुओ !वेसे तो कोई आडर तुम लोगो का भला नही कर सकता टेटुओ
दोस्तों
ReplyDeleteयह बात उस समय की है जब बाबा साहेब डा.अम्बेडकर अछूत कहे जाने वाले समाज को अधिकार दिलाने के करीब पहुँच गए थे, लेकिन ठीक उसी समय महात्मा गांधी ने बाबा साहेब के प्रस्ताव के विरोध में आमरण अनशन शुरू कर दिया l महात्मा गांधी की तबियत और बिगड़ती जा रही थी डॉक्टरों ने सलाह दी कि जल्द से जल्द महात्मा गांधी का अनशन ख़त्म किया जाये वरना इन्हे बचाना मुश्किल हो जायेगा l यह खबर फैलते ही महात्मा गांधी के समर्थकों के हज़ारों धमकी भरे पत्र बाबा साहेब को मिलने लगे l उन पत्रों में बाबा साहेब को चेतावनी दी गयी थी कि अगर अगर महात्मा गांधी को कुछ हुआ तो वे कुछ भी कर सकते थे l बाबा साहेब अछूतों को मिलने जा रहे अधिकारों को खोना नहीं चाहते थे l बाबा साहेब के सहायक ने फिर बाबा साहेब से कहा कि अगर महात्मा गांधी मर गए तो हज़ार महात्मा गांधी पैदा हो जायेंगे लेकिन अगर आप को को कुछ हो गया तो फिर कोई दूसरे डा. अम्बेडकर पैदा नहीं होंगे फिर आप के समाज का क्या होगा ? तब तो इन पर और भी जुल्म होंगे l दिल पर पत्थर रखकर बाबा साहेब को अपना प्रस्ताव वापस लेना पड़ा और फिर बाबा साहेब और महात्मा गांधी के बीच पूना पैक्ट समझौता हुआ l सच है दोस्तों आज तक महात्मा गांधी से तुलना तो कई लोगों की गयी है पर युगपुरुष बाबा साहेब डा. बी. आर. अम्बेडकर जैसा को नहीं हो सका, और न ही भविष्य में होगा l उन्होंने हर वर्ग के लोगों को संविधान में एक समान अधिकार दिया सच में वो तो मानवता के मसीहा थे l
सभी शिक्षा मित्रौँ को सुचित किया जात हैँ
ReplyDeleteआप लोगो को डिग्रीँ जो मिलेगी
उस डिग्री से
अध्यापक पात्रता परिक्षा नहीँ दे सकते ।
अगर आप लोग देते हैँ उसके जिम्मेदार खुद होगे
ऐश ठाकुर
शिक्षा मित्रौ के हित मे त्तपर
स्वामी जी जब सातवीं-आठवीं में पढ़ रहे थे तब विद्यालय ने अँग्रेजी पढ़ने के लिए उन्हें चुन लिया। आज जब सामान्य माता पिता तड़प रहे हैं कि उनका बच्चा अँग्रेजी पढ़ जाए, लेकिन तब नरेंद्र ने उसका विरोध किया। वे रो पड़े, लड़े-झगड़े, एड़ियाँ रगड़ीं। उन्हें अँग्रेजी नहीं पढनी थी। आप जानते ही हैं कि उन्होनें अमेरिका और इंग्लैंड में जीतने भी भाषण दिये, वे अँग्रेजी में ही थे। उन व्याख्यानों का समाचार जब अखबारों में छपा, तो लेखक यह लिखने से नहीं चुका कि He speaks better English than we do. (वे हमसे अच्छी अँग्रेजी बोलते हैं।) किन्तु विद्यालय में पढ़ने वाला बालक नरेंद्र अँग्रेजी पढ़ने का विरोध कर रहा था। जब उनसे पूछा गया कि तुम अँग्रेजी क्यों नहीं पढ्न चाहते ? तो उसने कहा- क्या मैंने पूरी तरह बांग्ला पढ़ ली ? क्या मैंने संस्कृत पढ़ ली, जो अँग्रेजी पढ़ने लगूँ ? 1902 में काँग्रेस अधिवेशन कलकत्ता में हुआ, तो बंगाल के बाहर के कुछ प्रतिनिधि स्वामी से मिलने पहुँच गए। वे अँग्रेजी में बोले तो स्वामी जी ने उन्हें रोक दिया। उन्होनें कहा, यदि बांग्ला नहीं बोल सकते तो हिन्दी में बोलिए। भारत कि भाषा हिन्दी है। स्वामी जी की भाषा-नीति इस प्रकार की थी कि "पहले मातृभाषा, फिर हिन्दी, इसके बाद संस्कृत और अंत में अँग्रेजी।"
ReplyDeleteजय मातृभाषा !
जय स्वामी विवेकानन्द !
वो मेरा बड़ा ख़याल रखती थी ,
ReplyDeleteफिर पिछले दिनों मालूम चला ,........
ये सिर्फ मेरा ख़याल था ... ...
बढती प्याज की कीमतों के हिसाब से जल्दी ही फिल्मो के डायलाग इस प्रकार के होंगे !
ReplyDeleteमेरे करण अर्जुन आयेंगे;
और दो किलो प्याज़ लायेंगे. . .!
ये ढाई किलो के प्याज़ जब आदमी लेता है ना;
तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है. . . !
मेरे पास बंगला है गाडी है बैंक बैलेंस है रुपया है पैसा है, तुम्हारे पास क्या है?
मेरे पास प्याज़ है!
जिनके घर प्याज़ के सलाद होते हैं;
वो बत्ती बुझा कर खाना खाते हैं. . . !
चिनॉय सेठ, प्याज़ बच्चों के खेलने की चीज़ नहीं होती;
कट जाए तो खून निकल आता है. . . !
मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता;
प्याज़ हो तो अलग बात है. . . !
लगता है सब्जी मंडी में नए आये हो साहेब;
सारा शहर मुझे प्याज़ के नाम से जानता है. . .!
11 राज्यों की सरकार मुझे ढूंढ़ रही है;
पर प्याज़ को खरीदना मुश्किल ही नहीं,नामुमकिन है. . .!
ये प्याज मुझे दे-दे ठाकुर।
तुम्हे चारो तरफ से पुलिस ने घेर लिया है;
अपनी सारी प्याज कानून के हवाले कर दो. . .!!
जब चलेगी भगवा कि आंधी,
ReplyDeleteउड़ जायेंगे सारे गांधी ,,
राजनीति मे सम्भावनाये तलाशने वाले लोग आप पार्टी से जुड रहेँ हैँ ।
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