कठघरे में आई चालीस सींचपालों की भर्ती (Seenchpal Recruitment in UP faces corruption charges)
कर्मचारी यूनियनों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप-हाईकोर्ट से भर्ती पर स्टे मिलने का दावा किया
कानपुर। सींचपाल के चालीस पदों की भर्ती में भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं। सिंचाई संघ व मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के बाद उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ ने भर्ती में अनियमितता पर चयन समिति के संयोजक व निचली गंगा नहर के अधिशासी अभियंता को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।
सिंचाई संघ उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने चयन समिति को कठघरे में खड़ा करते हुए आठ-आठ लाख रुपए वसूलकर नौकरी देने का आरोप लगाये हैं। मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के अध्यक्ष जगधारी राम ने बताया सींचपाल के चालीस पदों पर भर्ती मंडल के अधीक्षण अभियंता रणवीर सिंह को करनी थी लेकिन उन्होंने यह काम जूनियर स्तर के अफसर को सौंप दिया। इन पदों पर सिर्फ साक्षात्कार होना था जबकि अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा कराई जा रही है। सिंचाई संघ के अध्यक्ष आशीष दीक्षित और मंत्री रमेश चंद्र बाथम ने कहा सींचपाल नियमावली अब तक नहीं बनी है जिससे संशय बना हुआ है। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार सचान ने भी भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए चयन समिति के संयोजक व निचली गंगा नहर के अधिशासी अभियंता से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा परीक्षा और साक्षात्कार में चयन समिति मनमाना रवैया अपना रही है। विकलांगों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों व भूतपूर्व सैनिकों के लिए आरक्षण का उल्लेख नहीं किया गया। उधर, सिंचाई संघ के अध्यक्ष आशीष दीक्षित ने भर्ती को लेकर हाईकोर्ट से स्टे मिलने का दावा किया है। उन्होंने बताया भर्ती के खिलाफ हाईकोर्ट में रिट की गई थी जिस पर स्टे मिल गया है।
News source : http://www.amarujala.com/state/Uttar-pradesh/40434-1.html
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