टीईटी परीक्षा रद्द होने पर आंदोलन
अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि टीईटी परीक्षा के मेरिट से ही योग्य अभ्यर्थियों का चयन होना चाहिए। अगर इसमें संशोधन किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। मदन यादव ने कहा कि शिक्षकों के चयन में अध्यापक पात्रता परीक्षा को ही आधार बनाया जाए। उन्होंने कहा कि 270000 लोगों में महज 800 लोगों की गलती की सजा निर्दोष अभ्यर्थियों को क्यों दिया जाए।
केजी श्याम ने कहा कि किसी भी स्थिति में चयन प्रक्रिया अतिशीघ्र पूरी नहीं होती है तो आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर विनिता वर्मा, रत्नेश तिवारी, गोविंद सिंह, सूर्यप्रकाश शर्मा, गोरख सिंह, हरेन्द्र पूरी, घनश्याम सैनी, जयप्रकाश सिंह, महेन्द्र सिंह, राजित कुमार दीक्षित, विजय कुमार मौर्य, फतेह बहादुर, मदन यादव आदि उपस्थित रहे।
Acadmic merit of
ReplyDeleteGRADUATION + B.Ed (Theory ) will be better option.......
Or
One more competition Exam by S.S.C will also better.......
BUT 10th, 12th, GRADUATION, B.Ed combined merit i is not FAIR solution........
DO'NT ON STRIKE/ANDOLAN ONLY GOTO COURT,SOME FILE CASE BASED ON THE ISSUE BECOME BENIFIT ON FUTHER DECISSION OF GOVT.
ReplyDeletei agree with *star*'s second option but y bhi sochna hoga ki jb hm logo n iss exam or apply krne m apne ghro ko aag lga di h to kya ye uchit hoga puri prakriya nirast ho jaaye????
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