B A (Maths / Stats / General Science candidates) are eligible after new amendment.
However wait for actual Government Order to read yourself,
and Publication of Advertisement.
UPTET PASS CANDIDATE can JOIN this GROUP :https://www.facebook.com/groups/uptetteachersgroup
29334 Junior High School Teacher Aspirant Group : https://www.facebook.com/groups/uptetjnrteacher
Hello All,
ReplyDeleteThe Max age should be 40 years for Junior teacher!!
http://navbharattimes.indiatimes.com/aboutbadges/uid-Sunil,email-,badgetype-1.cms
ReplyDelete
ReplyDeleteTapan Maurya > Fight for TET MERIT
Aj Sam K 3 bje bhadohi jile k rajpura me sthit
bhadohi thsil par aj pure jile aur as pas k jilo k
Tetians ki meeting hai .
jisme kal bhadohi me sapa
ko hone wale sammelon jisme pure pradesh se
sapa k mantri aur padadhikari phuch rhe hai
jisme besik siksha rajya mantri bhi aa rhe hai ap
sabhi se nivedan hai ki aj bhari se bhari sankhya
me bhadohi phuch kar sapa k sammelan me
gyapan aur pradarshan ki radniti decide ki jaye.
bhadohi k as pas k jilo k tet morcha walo se
nivedan hai k hamara sahyog kare aur parso k
dharne aur gyapan ko safal bnaye allahabad
team se hamara vises aagrah hai .
hamara apne
pradesh k kisi bhi morche se contact nahi hai
kripya hmse jude hamari sankhya din b din badh
rhi hai bhut se log hamse jud chuke hai.
tapan maurya
8563975368
tapan.sim77@gmail.com
ReplyDeleteTapan Maurya
bhadohi me kal yani 25/08/2103 ki
sham 3 pm par tet ki meeting rajpura tahsil pr rakhi
gayi hai jaha bhadohi aur as pas k candiadate
bhut badi sankhya me aa rhe hai ath ap sabhi
bhadohi aur uske as pas k jilo k tetians se request
hai jarur se jarue waha pahuche 26 aug ko
bhadohi me sapa ka ek pradeshstariya samelan
hai jha siksha mantri k alwa sapa k bhut sare bde
bde padadhikari aa rhe hai waha gyapn aur
virodh pradarshan karna hai ap log sahyog kariye
ye bhut accha mauka hai sath hi tet se related
gyapan aur bahas k liye jo bhi important
document hai please send kare aur any jilo k
sangarsh morcha k padadhikari se request hai k
hme contact kar hame 10 wale andolan se jode.
Tapan 8563975368
tapan.sim77@gmail.com
par mail kare gyapan ka matter.
ReplyDeleteEk Chinese Shayar Ne Kya Khoob Kaha Hai ..
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分钟前发布来自手机
Waakai Rula Diya Sale Ne.
ReplyDeleteKal bhadohi me sp sammelan me bhag lene
shiksha mantri chaurasia aur anya sp
padadhikaari aa rahe hai,
bhadohi team gyapan
saupne ka plan banane ke liye aaj sham 3 baje tahsil me meeting kar
rahi hai,mauka acha hai.
ReplyDeleteFARRUKHABAD DISST. SE JO MITRA
10 SEP KO LUCKNOW CHALNE K LIYE
TAIYAR HO WO CONTACT KARE....
Manoj Sharma
9936541263
पति पत्नी से :- तुमसे शादी करके मुझे एक
ReplyDeleteफायदा हुआ
.
पत्नी :- वो क्या जी?
.
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पति :- मुझे मेरे गुनाहों कीसजा इसी जन्म में मिल
गयी
ReplyDeleteDear frnds- Ham apne un sabhi mitro ko dil se
thanks kahna chahege jinhone 22 August ke
Allahabad karyakram me participate kiya aur apni
upasthiti darz karayi .
Jo bhai kisi vajah se nahi aa
sake unse ek bar punah nivedan hai ki 5
September ke Shikshak Adhikar Divas
karyakram me apne jile me sakriyata
dikhaye aur 10 September ke Lucknow
Maha Andolan ko safal banaye.
Brijesh Rajput
ReplyDelete************************* जूनियर
भर्ती *************************
आज कल उच्च प्राथमिक विद्यालयों मे विज्ञान और
गणित के सहायक अध्यापकों की भर्ती (जूनियर
भर्ती) की चर्चा ज़ोरों पर है,,,,,,, मुझे लग रहा है
कि ये भर्ती भी कहीं कोर्ट मे माथा टेकने न
चली जाये क्योंकि जिस तरह महात्मा गाँधी ने
अनशन और आंदोलन जैसे सफल हथियार भारतीयों को देकर
लोगों को उनकी स्वतन्त्रता और अधिकारों के बारे मे
जागरूक किया,,,,,ठीक उसी तरह
वीरांगना सरिता शुक्ला और माननीय ललित मोहन
जी ने ठलुआ बेरोजगारों के लिए याचिका नामक
हथियार के रूप मे अनुकरणीय उदाहरण पेश
किया जिसका उपयोग बहुतायत मे
हो रहा है,,,,,,कपिलदेव यादव नामक
व्यक्ति तो एतिहासिक खलनायक तक
की उपाधि पा गया इस हथियार के
जरिये,,,,,,,,,कुल मिलाकर याचिका करना अब
मंदिर के घंटे को बजाने के समान हो गया है कि कोई
भी बजा दे अब चूँकि मंदिर का घंटा है
तो इसको बजाने का अधिकार सभी को है,,,,भारतीय
संविधान भी सभी को न्यायालय जाने का अधिकार
देता है,,,,,,अब जैसा कि विदित है कि हमारे भारत
मे लोग अधिकारों का उपयोग कम दुरुपयोग
ज्यादा करते हैं इसलिए ये कहना या सोचना कि ये
भर्ती कोर्ट नहीं जाएगी,,, ठीक उसी तरह है
जिस तरह कोई अंधेरे रास्ते मे चलते वक्त डर लगने पर
गुनगुनाता या शीटी बजाता है| कोर्ट जाने
की संभावना के कई कारण भी हैं जिनमे से कुछ
निम्न हैं -------
वर्तमान राज्य सरकार ने जिस तरह
बेरोजगारों को अपनी आमदनी का सबसे
बड़ा जरिया बना लिया है उसके लिए तो सरकार
को आर्थिक प्रबंधन के क्षेत्र मे अतुलनीय योगदान के
लिए पुरस्कृत किया जाना चाहिए,,,,,,इस सरकार
को भारत का चार्ल्स पोंजी ((पोंजि स्कीम-जिस
स्कीम मे एक
कंपनी या फर्जी कंपनी ज्यादा रिटर्न देने
का लालच देकर या झूठा वादा करके निवेशकों से धन
ठग लेती है,,,,,ऐसी स्कीम का नाम पोंजी स्कीम
इसलिए पड़ा क्योंकि सबसे पहले अमेरिका मे 1920 मे
चार्ल्स पोंजी नामक व्यक्ति इस तरह
की अनियमितता करके कुख्यात हुआ था))
कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी| वहीं दूसरी तरफ
यहाँ के
अधिकारी अपनी सारी योग्यता का उपयोग
अधिवक्ताओं की आय बढ़ाने के नुस्खे विकसित करने
मे कर रहे हैं,,,,समझ ही नहीं आता कि इनको वेतन
लोकसेवा के लिए दिया जाता है या बेरोजगार
शिक्षित युवा वर्ग के भविष्य को अंधकारमय
बनाने के लिये ?????
अब आइये भर्ती पर जो सरकार की जेब फिर से भरने
ReplyDeleteजा रही है ताकि चुनाव
तैयारियों को गति दी जा सके, लैपटॉप तो बंट ही रहे
हैं अब टैबलेट की बारी है शायद,,, सबसे पहली बात
तो ये कि इस भर्ती मे केवल विज्ञान वर्ग के
अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा जिससे
कला अभ्यर्थियों मे रोष पनप रहा है, लेकिन
इसको कोर्ट मे
चुनौती नहीं दी जा सकती कि केवल विज्ञान
वर्ग की भर्ती कानूनी रूप से गलत है,,,जिन
विषयों के शिक्षकों की कमी है केवल उन
विषयों के शिक्षक भर्ती करना सरकार के समान्य
अधिकार के दायरे मे है,,,
नियमावली भी ऐसी ही बनाई गयी है,,,,,इसके
लिये कला वर्ग के अभ्यर्थी और किसी तरह
या कोर्ट के जरिये सरकार पर दबाब बनाने के लिये
स्वतंत्र हैं, वैसे सरकार को चाहिए था कि कुछ पद
अन्य विषयों के भी निकालती जिससे दूसरे वर्ग के
अभ्यर्थियों मे रोष उत्पन्न न हो और उनके
द्वारा ली गयी डिग्री और की गयी मेहनत
का कुछ फल उन्हें भी मिल सके|
कुछ व्यावसायिक तथा अन्य डिग्री (बीटेक,
बीबीए, बीसीए, बीएससी गृहविज्ञान,
बीएससी कृषि इत्यादि) वाले अभ्यर्थी खुद
को प्राथमिक की भाँति उच्च प्राथमिक मे
भी विज्ञान वर्ग मे शामिल किये जाने की मांग
कर रहे हैं, इसका भी कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है
क्योंकि वर्ग और विषय मे अंतर है, ध्यान दें,,,,,,ये
भर्ती किसी वर्ग के लिये न होकर विषय विशेष
(केवल विज्ञान और गणित विषय) के
शिक्षकों की है और वो विषय समान्यतया विज्ञान
वर्ग के अंतर्गत आते हैं,,,,, कई लोग विज्ञान वर्ग
बनाम कला वर्ग की बहस मे इसी आधार पर व्यस्त हैं
जो कि गलत है,,,आने वाले पद वर्ग के न होकर केवल
विषय विशेष के हैं, इसमे विज्ञान वर्ग के
भी सभी अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिलेगा|
विज्ञान वर्ग के अंतर्गत भौतिकी, रसायन,
जन्तुविज्ञान और बनस्पति विज्ञान ही मूल
या सार तत्व वाले विषय की श्रेणी मे रखे गए
हैं,,,,,,,,, इसलिए केवल वही आवेदक हैं फिलहाल तो|
नियमावली मे भी उच्च प्राथमिक मे विषय
विशेष (गणित, विज्ञान, शिल्प
अथवा हिन्दी और उर्दू के अतिरिक्त कोई भाषा)
के शिक्षक के लिये स्नातक
की उपाधि उसी विषय विशेष से होना अनिवार्य
योग्यता के दायरे मे रखा गया है न कि प्राथमिक
की तरह किसी भी विषय मे केवल स्नातक
उपाधि होना| जिस तरह अनुदेशकों की भर्ती मे
विषय विशेष के पदों के अनुसार विषय विशेष
की डिग्री/डिप्लोमा अनिवार्य था उसी तरह
यह भी है और जहाँ तक मुझे ज्ञात है उच्च प्राथमिक
या इससे ऊपर की कक्षाओं के विषय विशेष के
शिक्षकों की भर्ती के लिये स्नातक या अन्य
डिग्री/डिप्लोमा उसी विषय विशेष के साथ
होना लगभग सभी जगह किसी न किसी रूप मे
अनिवार्य है|
अब सोचने वाली बात ये है कि फिर अन्य विषयों के
पदों की भर्ती क्यों नहीं ??? ये केवल व्यावहारिक
और तार्किक मुद्दा भर है लेकिन
इसको कानूनी जामा नहीं पहनाया जा सकता|
नियमावली मे फिलहाल गणित, विज्ञान, शिल्प
अथवा हिन्दी और उर्दू के अतिरिक्त कोई
भाषा के ही शिक्षकों का प्रावधान है|
कुछ भाई बंधु इस भर्ती के अभ्यर्थियों के लिये स्नातक
मे विषयों के संयोजन (combination)
की बाध्यता की बात कर रहे हैं जो कि बिल्कुल
निराधार है,,,,, उनका कहना है
कि बीएससी (भौतिकी,रसायन,गणित) वाले केवल
गणित के पद पर तथा बीएससी(जन्तु,वन
स्पति,रसायन) वाले केवल विज्ञान के पद पर आवेदन
कर पायेंगे,,,,,, संभवता ऐसा कहने वाले
बीएससी (जन्तु,वनस्पति,रसायन) वाले अभ्यर्थी हैं|
जबकि असलियत इससे इतर है पहली बात
नियमावली मे ऐसी कोई बाध्यता नहीं है और
दूसरी बात कि शासनादेश मे भी आवेदन पत्र मे
गणित या विज्ञान अथवा गणित व विज्ञान
दोनों पदों पर आवेदन का विकल्प देने का प्रावधान
किया गया है,,,,, टीजीटी के विषय संयोजन
की बाध्यता यहाँ लागू
नहीं हो सकती,,,,जबकि टीजीटी (माध्यमिक
शिक्षा, यूपी बोर्ड) मे भी बीएससी गणित
वाला अभ्यर्थी गणित और विज्ञान दोनों पदों पर
आवेदन कर लेता है अता इसका सार ये है कि इसमे
अर्हता इस प्रकार होगी----
ऐसा कोई भी अभ्यर्थी आवेदन का पात्र होगा जिसने
निम्न मे से किन्ही विषयों के साथ स्नातक
किया है-
गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, जन्तु विज्ञान,
वनस्पति विज्ञान
जिसने गणित नहीं ली है वो केवल विज्ञान के पद
पर आवेदन करेगा
जिसने गणित से बीएससी की है वो दोनों पदों पर
आवेदन करेगा
बीए वाले केवल गणित के पद पर आवेदन कर पायेंगे
अब देखना ये है कि बीए वाले अभ्यर्थियों ने
विज्ञान व गणित विषय मे टेट उत्तीर्ण किया है
कि नहीं ????
नहीं किया होगा क्योंकि वो लोग तो उच्च प्राथमिक
के टेट मे कला वर्ग चुनते हैं,,,,,,ये बिन्दु
भी विवादित|
ये बिन्दु इसके विपरीत भी लागू होता है,,,,,,बीए
ReplyDeleteवाले कहेंगे हमे तो कला वर्ग मे टेट पास करने के
लिए सरकार और बेसिक शिक्षा विभाग ने मजबूर
किया वरना अनुमति होती तो हम गणित व
विज्ञान वाला देते,,,,,यहाँ भी विवाद|
एक असंतोष उम्र सीमा को लेकर
भी है,,,लोगों का कहना है कि प्राथमिक मे 40 वर्ष
थी, राज्य लोक सेवा आयोग के साथ साथ अन्य कई
विभागों मे भी 40 वर्ष है,,,,,
हालाँकि नियमावली मे प्राथमिक और उच्च
प्राथमिक दोनों मे समान्य के लिये 35 वर्ष ही है
लेकिन ऊपरी आयु सीमा मे छूट देने के
नियोक्ता (यहाँ उत्तर प्रदेश सरकार) के अधिकार
का प्रयोग करते हुए प्राथमिक मे जनभावना के
कारण 40 वर्ष की गयी थी,,,,और
उसी अधिकार के तहत "आजमभावना" के कारण
उर्दू वालों की 62 साल तक की गयी है| इस उम्र
मे कोई व्यक्ति स्कूल जाएगा या कब्रिस्तान ????
फिलहाल ये मुद्दा भी पक्षपात पूर्ण है, इस मुद्दे पे
भी विवाद हो सकता है लेकिन इसमे कोर्ट केवल
युक्तियुक्त आधार पर ही निर्णय दे सकता है|
सबसे बड़ा असंतोष प्रशिक्षण डिग्री के 12/6/3
अंक देने वाली चयन प्रक्रिया पर है, इस बिन्दु पर
तो लोग फेसबुक पर गुत्थम-गुत्था, लात-जूता तक करने
के लिये तैयार रहते हैं,,,,,,,अगर निष्पक्ष रूप से
देखा जाये तो सबसे पहले तो उन अधिकारियों की पीठ
ठोकनी चाहिए जिन्होने ये सांप्रदायिक तरीके
की आपस मे गोली चलवाने
वाली प्रक्रिया बनाई,,,,,,,सभी योग्यताओं के
प्रतिशत के भारांक लेकिन प्रशिक्षण योग्यता के
गुणवत्ता अंक क्यों ???? आप सोचिए यदि प्रशिक्षण
योग्यता के भी प्रतिशत का ऐसा भारांक
जो पक्षपाती या विवाद योग्य न हो,
दिया जाता तो क्या इस बिन्दु पर विवाद होता ?????
मुझे लगता है नहीं होता| अलग अलग विश्व
विद्यालयों द्वारा अलग अलग % के आधार पर प्रथम,
द्वितीय और तृतीय श्रेणी देना भी यहाँ पेंच
फंसाएगा, दूसरी ओर 59% वाला अपने आपको 45% वाले
के बराबर गुणवत्ता अंक मिलने पर अनुच्छेद 14 और
16 के मूल अधिकार के उलंघन का आरोप न्यायालय मे
लगाएगा,,,,,,,,,, इसी आधार पर 30% वाली नए
विज्ञापन की प्रक्रिया अरविंद शुक्ला एवं 3
अन्य के जरिये खंडपीठ मे विचाराधीन है|
जिनकी प्रशिक्षण मे प्रयोगात्मक और
सैद्धान्तिक दोनों मे प्रथम श्रेणी है उनको इससे लाभ
हो रहा है इसलिए वो इसको गलत नहीं मानते हैं,
वो अपनी जगह सही हैं आखिर अपने हितों के पोषण
का अधिकार है सभी को है | जिनकी दोनों मे
या एक मे प्रथम श्रेणी नहीं है वो लोग इसके खिलाफ
हैं| पहले यही प्रक्रिया प्रशिक्षु शिक्षकों के
नए विज्ञापन मे भी अपनाई जाने
वाली थी लेकिन अंतिम समय मे 12/6/3 की जगह
30% किया गया,,,,,,मतलब नेता और
अधिकारी दोनों मानते हैं कि ये
प्रक्रिया पक्षपात पूर्ण थी ???? ये
प्रक्रिया संविधान प्रदत्त समानता के अधिकार
के अनुच्छेद 14 और 16 का सीधा उलंघन है|
ये सभी जानते हैं कि चयन प्रक्रिया राज्य सरकार
ReplyDeleteके नीतिगत मामले के अंतर्गत आती है लेकिन ये
बहुत कम लोग जानते हैं कि ऐसा सिर्फ तभी तक
होता है जब तक वो प्रक्रिया संवैधानिक उपबंधो,
सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय (किसी राज्य मे
केवल राज्य उच्च न्यायालय के परिक्षेत्र मे)
द्वारा अभिलेख न्यायालय के रूप मे स्थापित
नियमों का उलंघन नहीं होता है,,,,,,इस बात
का निर्धारण भी न्यायालय ही करता है कि अमुख
मुद्दा या बिन्दु सरकार का नीतिगत मामला है
या नहीं, न कि सरकार|
जैसा कि ये सर्व विदित है कि चयन
प्रक्रिया सरकार का नीतिगत मामला है लेकिन
जब भी कोई वादी उसको न्यायालय मे चुनौती देता है
तो न्यायालय वादी के आधारों और आरोपों का परीक्षण
करता है, तभी न्यायालय ये तय करता है कि ये
सरकार का नीतिगत मामला है या नहीं,,, जब
न्यायालय उपरोक्त प्रतिबंधों का उलंघन नहीं पाता है
या यूं कहें कि वादी का वकील अपने तर्कों और
कानून से अपने आरोप सिद्ध नहीं कर पाता है
तो याचिका ये कहकर खारिज कर दी जाती है
कि उपरोक्त प्रतिबंधों का उलंघन
नहीं पाया गया अता याचिका खारिज
की जाती है,,,,,,
और उसी वाद के दौरान यदि सरकार उस
विधि को (जिसे चुनौती दी गयी है) संविधान के
नीति निर्देशक सिद्धांतों से शासित सिद्ध
या साबित कर दे तथा न्यायालय भी इस पर सहमत
हो जाये तो याचिका ये कहकर खारिज कर
दी जाती है कि ये सरकार का नीतिगत
मामला है अता न्यायालय इसमे हस्तक्षेप नहीं कर
सकता,,,,,ये इसलिए लिखा है ताकि लोग
याचिका खारिज होने के मतलब को सही और
पूरी तरह समझ सकें | यहाँ यह भी ध्यान रखें
कि न्यायालय नीतिगत मामले वाली बात केवल
तभी कहता है जब आप मूलाधिकार के अनुच्छेद 14, 19,
या 31 के उपचार के लिए न्यायालय गये हों अन्य
मूलाधिकारों के लिए नीतिगत
मामला कभी नहीं कहेगा तब केवल इस पैरा के पहले
वाले पैरा मे लिखी बात के आधार पर
याचिका खारिज होती है,,,,,ऐसी याचिकाओं मे
न्यायमूर्ति का विवेक अहम किरदार निभाता है|
पोस्ट बहुत लंबी हो गयी है जबकि अभी बहुत से कारण
गिनाने बाँकी हैं, जैसे जो लोग प्राथमिक मे
नौकरी कर रहे हैं उन्हें सीधी भर्ती मे उच्च
प्राथमिक के पद पर आवेदन करने की अनुमति इस
आधार पर नहीं है कि उन्होने
बीटीसी या विबीटीसी की ट्रेनिंग 1 से 8 तक
के बच्चों को पढ़ाने की ली है और उनके विषय
गणित या विज्ञान के अतिरिक्त कुछ भी रहे
फिर भी वो उसी पद पर प्रोन्नति होंगे
जिनकी भर्ती की जा रही है, एनसीटीई के
दिशा निर्देशों की अवहेलना, वृहदपीठ के निर्णय
की अवहेलना, टेट भारांक का कोई जिक्र न होना,
नियमावली की कुछ कमियाँ इत्यादि|
बाँकी कारण अगली पोस्ट मे बताऊंगा ,,,,, ये सम्पूर्ण
पोस्ट मेरे अनुभव, समान्य जानकारी और मेरे विवेक
पर आधारित है,,, अता ये जरूरी नहीं कि हर
व्यक्ति मुझसे सहमत हो| कृपया जो लोग असहमत हैं
वो लोग इस पोस्ट को नजरंदाज कर सकते हैं,,,,,
इतनी लंबी पोस्ट पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद
!! सत्यमेव जयते !!
ReplyDeleteClassical insult..
.
.
Girl:" meri 1-1 saans pe 100-100
ladke marte hai..
.
.
.
.
.
.
Boy:" to tum koi accha sa tooth
paste istimaal kyo nahi karti..???
ReplyDeleteGood Bye Friends.
have a nice time.
Nakkalo se sawdhan.
ae harani sala kaon bola ek ek ki ma bahen ek kardi jo sala bharti ke bare me tanik bhi galat bola..sala baap ka raaj hai art bhi commerce bhi...jab jiska jarurat hai uski bharti hoyi na ki sala sabka theka haiii
ReplyDeletebartu pahle tamiz sikho....
ReplyDeleteka kahat ali baba hme tamiz nahi to jakar unke gireban me jhakkar dekha jo sala tamiz ke naam par dikhawa karatwa
DeleteBhaiyon ye bataiye jo sarkar sahi nirnay lene mein asmarth hai, wo kya bharti karwa payegi.
ReplyDeleteDeepak K Dwivedi > Teacher's Helpdesk
ReplyDeleteDeepak K Dwivedi > Up Intellectuals Teachers
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
CAUSE LIST ALLAHABAD
Cause List
29/08/2013
AT 10.00 A.M.
COURT NO.35
HON'BLE MR. JUSTICE LAXMI KANTA MOHAPATRA
HON'BLE MR. JUSTICE B.AMIT STHALEKAR
Fresh, order, admission, hearing and all listed Special Appeal arising out of service and
education matters, cases under Intellectual Property Rights, Medical Admission
Matters on priority basis; AND Listed Misc. Writs upto the year 2008 for Orders,
Admission and hearing including Bunch Cases.
SPECIAL APPEAL DEFECTIVE
22. TU 237/2013 SHIV KUMAR PATHAK AND OTHERS V.K. SINGH
G.K. SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
WITH SPLA- 150/2013 NAVIN SRIVASTAVA AND OTHERS ABHISHEK SRIVASTAVA
SHASHI NANDAN
ASHEESH MANI TRIPATHI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
C.B.YADAV
BHANU PRATAP SINGH
WITH SPLA- 149/2013 SUJEET SINGH AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
SHAILENDRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 152/2013 RAJEEV KUMAR YADAV SADANAND MISHRA
SEEMANT SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
SHYAM KRISHNA GUPTA
phla daily cause list hai jisme 22 No pe dusra Advance list hai jisme 2 No pe ..... HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD CAUSE LIST ALLAHABAD Advance
ReplyDeleteCause List 29/08/2013 COURT NO.35 SPECIAL APPEAL DEFECTIVE 2. TU 237/2013
SHIV KUMAR PATHAK AND OTHERS V.K. SINGH G.K. SINGH Vs. STATE OF U.P.
AND OTHERS C.S.C. A.K. YADAV WITH SPLA- 150/2013 NAVIN SRIVASTAVA AND
OTHERS ABHISHEK SRIVASTAVA SHASHI NANDAN ASHEESH MANI TRIPATHI Vs.
STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. C.B.YADAV BHANU PRATAP SINGH WITH
SPLA- 149/2013 SUJEET SINGH AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA SHAILENDRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. WITH SPLA- 152/2013 RAJEEV KUMAR
YADAV SADANAND MISHRA SEEMANT SINGH Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS
C.S.C. SHYAM KRISHNA GUPTA WITH SPLA- 159/2013 ANIL KUMAR AND OTHERS
SIDDHARTH KHARE ASHOK KHARE Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. A.K.
YADAV
up me job ki qualification hai
ReplyDeletemuslim hona
yadav hona
criminal hona
rapist hona
inke gunank ku6 is tarah hoga
mus.30
yadav.20
criminal 20
rape me ladki k age pe depend krega
below16 pe 12
below30pe 6
above 30pe 3 no to uprokt ki digri lao naukri pao
Shakul Gupta > Teacher's Helpdesk
ReplyDeleteसुनील कुमार बने प्रमुख सचिव समाज कल्याण
• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। शासन ने शुक्रवार को लखीमपुर खीरी की जिलाधिकारी समेत
पांच आईएएस अफसरों की तैनाती में फेरबदल कियाा है। प्रमुख सचिव
बेसिक शिक्षा के पद पर तैनात सुनील कुमार को प्रमुख सचिव समाज
कल्याण बनया गया।
इसके अलावा हाल ही में एक साल के प्रशिक्षण से लौटे नीतीश्वर
कुमार को सचिव बेसिक नियुक्त किया गया है।
जबकि बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव सुनील कुमार को समाज
कल्याण विभाग में प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है।
बताया जाता है कि उनकी विभाग के मंत्री से अनबन चल रही थी। जिस
कारण विभागीय बैठक में उन्हें नहीं बुलाया जाता था।
•नीतीश्वर कुमार को सचिव बेसिक नियुक्त किया
ye sala bharti ka bharta ho gya
ReplyDeleteye sala bharti ka bharta ho gya
ReplyDeletemujhe chodkar sala sab chor hai
ReplyDelete