उत्तराखंडःएलटी चयन पर जारी सूची के बाद प्रक्रिया विवादों के घेरे में
(Uttrakhand : List of LT Grade Teacher Selection sparked controversy )
एलटी चयन को लेकर जारी सूची के बाद पूरी चयन प्रक्रिया विवादों के घेरे में आ गई है। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि जारी सूची में भारी धांधली की गई है। अभ्यर्थियों के अनुसार कम प्राप्तांक वाले लोगों नाम मेरिट लिस्ट में है जबकि अधिक प्राप्तांक होने के बावजूद उनका नाम मेरिट लिस्ट में नहीं है। इसे लेकर अभ्यर्थियों ने निदेशक विद्यालयी शिक्षा को अपने प्रत्यावेदन भेजे हैं। 30 जनवरी को उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद रुड़की द्वारा एलटी परीक्षा आयोजित कराई गई। इसके बाद एक जून को मेरिट सूची जारी की गई। जिसमें त्रुटियों का आरोप लगाते हुए कुछ अभ्यर्थियों ने निदेशक विद्यालयी शिक्षा सीएस ग्वाल को प्रत्यावेदन भेजा। परंतु इसके बाद 25 अगस्त को जारी हुई अंतिम मेरिट लिस्ट में भी तमाम तरह की धांधलियों के आरोप अभ्यर्थियों ने लगाए। खुड़बुड़ा मौहल्ला निवासी मनोज चंद्र बड़थ्वाल के अनुसार, संस्कृत विषय की सामान्य विकलांग की आरक्षित श्रेणी के तहत उसने कुल 155.83 प्राप्तांक हासिल किए। जबकि दूसरी ओर एक अन्य अभ्यर्थी ने इसी विषय और श्रेणी में 124.79 प्राप्तांक हासिल किए हैं। परंतु मनोज का नाम अंतिम सूची में न होकर इस अभ्यर्थी का नाम शामिल किया गया है। मनोज द्वारा निदेशक को भेजे प्रत्यावेदन के अनुसार गढ़वाल के 36 तथा कुमाऊं मंडल के 35 पदों पर दो विकलांग अभ्यर्थियों का चयन होना चाहिए जबकि एक ही विकलांग अभ्यर्थीका चयन हुआ है। एक अन्य अभ्यर्थी मनवीर के अनुसार उसने अनुसूचित जाति की आरक्षित श्रेणी में गणित विषय में परीक्षा दी। उसके कुल प्राप्तांक 123.21 है जबकि अंतिम मेरिट सूची में शामिल अभ्यर्थी के कुल प्राप्तांक 123.16 है(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,21.10.11)