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Friday, October 21, 2011

दिल्ली वालों को नौकरी में तरजीह देने पर उभरे मतभेद


Differences emerged on preference in the job for  Delhiites/ Delhi Candidates
एमसीडी में ‘दिल्ली फस्र्ट’ को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने किया खारिज 
नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम में बाहरी राज्यों के लोगों को नौकरी में प्राथमिकता नहीं दिए जाने के प्रस्ताव को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पार्षदों ने प्रदेश भाजपा नेतृत्व को बगैर भरोसे में लिए प्रस्ताव पेेश किया है। वे गुरुवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है, जिसके तहत पड़ोसी राज्यों के लोगों को एमसीडी में नौकरी के लिए आवेदन करने से रोका जाए। ज्ञात हो कि बीते सोमवार को एमसीडी में सदन की बैठक के दौरान ‘दिल्ली के अधिवासी निवासियों को एमसीडी में भर्ती के लिए नौकरी हेतु प्राथमिकता’ के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई। नए नियम के तहत अनारक्षित पदों पर केवल दिल्ली के अधिवासी उम्मीदवारों को ही एमसीडी में भर्ती किया जाएगा।

इसके अलावा तृतीय श्रेणी के पदों पर भी 85 फीसदी सीटों पर केवल दिल्लीवालों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। 



दिल्ली वालों को नौकरी में तरजीह देने पर उभरे मतभेद
नगर निगम की नौकरियों में स्थानीय लोगों को 85 फीसद आरक्षण देने का प्रस्ताव पास किया गया था
नई दिल्ली (एसएनबी)। नगर निगम की नौकरियों में दिल्ली वालों की तरजीह देने के निर्णय पर भाजपा में उभरे मतभेद आज खुलकर सामने आ गये। प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आज साफ कर दिया कि इस मामले में पार्टी का कोई निर्णय लिया है। साथ ही यह भी कहा कि फिलहाल यह मामला केवल चर्चा के स्तर तक ही सीमित है। दरअसल नगर निगम में सत्तारूढ़ भाजपा ने बीते 17 अक्टूबर को निगम की बैठक में एक प्रस्ताव पास किया है। जिसमें कहा गया है कि नगर निगम की तीसरी और चौथी श्रेणी की नौकरियों में स्थानीय लोगों को 85 फीसद आरक्षण दिया जायेगा। यह प्रस्ताव भाजपा पाषर्द विजय प्रकाश पाण्डेय और गुलशन भटिया के अलावा नेता विपक्ष जयकिशन शर्मा की ओर से लाया गया था। प्रस्ताव पास करने के बाद से ही प्रदेश भाजपा में इस मुद्दे पर विरोध उभर रहा था। इस मामले में सवाल करने पर प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने साफ कहा कि इसमें पार्टी का कोई निर्णय नहीं है। यह पाषर्दों की व्यक्तिगत इच्छा हो सकती है। साथ ही यह भी जोड़ा कि यह मामला एक चर्चा के अलावा कुछ भी नहीं है। इसके साथ ही प्रदेश सह- प्रभारी रामेर चौरसिया ने रुख बदलते हुए कहा कि जो दिल्ली में रह रहा है वह दिल्ली का ही निवासी है। इसलिए नौकरियों में उसे ही मौका मिलेगा। सूत्रों का कहना है कि पाषर्दों के इस प्रस्ताव से पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। प्रदेश प्रभारी ने उन पाषर्दों को तलब किया था। जिन पाषर्दों के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर थे। प्रभारी ने पाषर्दों को डांटते हुए कहा कि इस तरह की हरकतें बंद की जायें। साथ ही प्रदेश नेतृत्व को भी मशविरा दिया है कि पाषर्दों को समझाया जाये कि इस तरह के प्रस्ताव भविष्य में न लाने से बचा जाये। प्रभारी ने तर्क दिया कि दिल्ली में भाजपा के सभी वर्गो में वोट हैं। उधर इस मामले में निगम के एक पदाधिकारी ने बात को टालते हुए कहा कि गलती से प्रस्ताव लग गया था।

2 comments:

  1. ggic ki 2nd merit list nikallane lagi hai plz sabhi mandols ki list ke bare me shiring karen...

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  2. allahabad ki amar ujala (22 oct)me hai ..............

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